बाड़ी में आंखों के सामने गिरा आशियाना

पीडि़त पर टूटा दुखों का पहाड़, प्रशासन ने दी तिरपाल और दो हजार की फौरी राहत

विकास खंड फतेहपुर की ग्राम पंचायत बाड़ी में एक बड़ा हादसा होने से टल गया। दलीप कुमार निवासी बाड़ी जो कि गरीब परिवार से संबंध रखता है। उसका घर एकाएक टूट कर चकनाचूर हो गया। अब वह घर रहने के काबिल नहीं रहा है। गमनीत यह रही कि जब घर टूट नीचे गिरा था तो उस समय कोई भी परिवार का सदस्य अंदर नहीं थी जिससे एक बड़ी घटना होने से बच गई। दलीप कुमार की पत्नी अपंग हैं और दो बेटे हैं। दलीप कुमार अपने घर का पालन-पोषण मजदूरी करके करता हैं, लेकिन जब मकान टूट गया तो घर के मुखिया दलीप कुमार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। जो कि अभी अपने रहने के लिए एक कमरा बनाने में भी असमर्थ हैं। पहले लगभग तीन माह तक लाकडाउन के कारण दिहाड़ी तक नहीं मिली।

जिससे घर का खर्च चलाना भी बड़ा मुश्किल हो गया था और अभी मकान टूट गया। कोरोना काल ने महंगाई ने यूं तो गरीब की कमर तोड़ कर रख दी है। मकान गिरने की सूचना जैसे ही स्थानीय पंचायत प्रधान सरिता देवी को मिली तो वह घटनास्थल पर पहुंचीं। जिन्होंने मकान गिरने की सूचना हलका पटवारी को दी। स्थानीय पटवारी विजय कुमार ने दलीप कुमार को रहने के लिए एक तरपाल व दो दो हजार रुपए की फौरी राहत प्रदान की गई है। क्षेत्र के प्रबुद्ध, बुद्धिजीवी लोगों का कहना हैं कि एक तरफ तो गरीब का आशियाना पूरा टूट जाता है। सरकार की तरफ से दो हजार की राहत देकर गरीब लोगों के साथ भद्दा मजाक किया जा रहा है। स्थानीय लोगों ने शासन व प्रशासन से मांग की हैं कि दलीप कुमार अति शीघ्र मकान दिया जाए।