कोरोना मरीजों को रोजाना जांचें वरिष्ठ चिकित्सक, दिन में दो बार करें वार्डों का दौरा

By: विशेष संवाददाता — शिमला Sep 28th, 2020 12:19 am

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कोविड सेंटर व अस्पतालों में मौजूद वरिष्ठ चिकित्सकों को उनके यहां भर्ती कोविड के मरीजों  की जांच पड़ताल के लिए रोजाना उनके पास जाने को कहा है, ताकि बेहतर उपचार सुनिश्चित किया जा सके। इसे लेकर सीएम ने साफ हिदायत दी है और कहा कि कोविड के मरीज को बेहतर उपचार देना सुनिश्चित करें। रविवार को मुख्यमंत्री ने  कोविड-19 रोगियों, विशेषकर अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रसित मरीजों के उचित उपचार के लिए समान रणनीति तैयार करने की आवश्यकता पर जोर दिया। सीएम ने उपायुक्तों, पुलिस अधीक्षकों, मुख्य चिकित्सा अधिकारियों, राज्य के चिकित्सा महाविद्यालयों के प्रधानाचार्यों व चिकित्सा अधीक्षकों के साथ वीडियो कान्फ्रेंस की अध्यक्षता करते हुए यह बात कही।

उन्होंने कहा कि राज्य में कुछ दिनों से कोविड-19 रोगियों की मृत्यु की संख्या बढ़ रही है, जोकि चिंता की बात है। चिकित्सकों को रोगियों का उचित उपचार सुनिश्चित करना चाहिए, विशेषकर जिन्हें अन्य गंभीर बीमारियां हैं। जो लक्षणहीन रोगी घर पर आइसोलेशन में हैं, उनके द्वारा भी उचित प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित किया जाना चाहिए। यह देखा गया है कि ऐसे रोगी जो घर पर हैं, उन्हें उचित उपचार नहीं मिल पाता है। उन्होंने कहा कि ऐसे रोगियों को भी मानक संचालन प्रक्रिया अनुसार उपचार दिया जाना चाहिए। कोविड-19 अस्पतालों में उचित स्वच्छता व सफाई सुनिश्चित की जानी चाहिए। रोगियों को आवश्यकतानुसार ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध करवाए जाने चाहिए, ताकि उन्हें किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। रोगियों को गर्म पानी, काढ़ा तथा पौष्टिक आहार उपलब्ध करवाया जाना  चाहिए और इसके अतिरिक्त कोविड-19 रोगियों और उनके परिवार के बीच संवाद के लिए प्रणाली विकसित की जानी चाहिए। उन्होंने वरिष्ठ चिकित्सकों को कोविड-19 रोगियों के उचित उपचार के लिए प्रतिदिन स्वास्थ्य जांच करने के निर्देश दिए। उन्होंने राज्य के सभी चिकित्सा महाविद्यालयों तथा बड़े आंचलिक अस्पतालों के चिकित्सा अधीक्षकों को निर्देश दिए कि वे दिन में दो बार दौरा कर वार्डों में स्वच्छता, रोगियों का उपचार, खाद्य गुणवत्ता तथा शौचालयों की स्वच्छता इत्यादि की सुविधा का निरीक्षण करें।

उन्होंने कहा कि इन्फ्लुएंजा जैसे लक्षणों वाले मरीजों को तुरंत अस्पताल जाने के लिए प्रेरित करने के लिए सूचना, शिक्षा व संप्रेषण के लिए उचित योजना बनाई जानी चाहिए, ताकि बिना देर उनका उपचार किया जा सके, जिससे समय रहते मरीजों की स्थिति संभालने में सहायता होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि चंबा, हमीरपुर और नाहन मेडिकल कालेजों में सोमवार से आइसोलेशन वार्ड क्रियाशील हो जाएंगे, जिससे आईजीएमसी शिमला, डा. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कालेज टांडा, लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कालेज नेरचौक को रैफर किए जाने वाले मरीजों में कमी आएगी। मरीजों की सुविधा के लिए इन मेडिकल कालेजों में प्रत्येक में 15 से 20 बिस्तरों वाले आइसोलेशल वार्ड की सुविधा प्रदान की जाएगी। अगर आवश्यक हो तो कोविड-19 के मरीजों के लिए उचित सुविधाएं और अन्य जरूरी प्रबंध सुनिश्चित करने के लिए एक अलग नोडल अधिकारी की नियुक्ति की जाए। उन्होंने कहा कि किसी भी कोविड मरीज की दुखद मृत्यु होने पर परिवार को शव सौंपने के उपाय करने चाहिए। स्वास्थ्य मंत्री डा. राजीव सैजल ने चिकित्सकों व अन्य पैरा मेडिकल स्टाफ से रोगियों के उपचार के लिए समर्पण भावना से कार्य करने का आग्रह किया। मुख्य सचिव अनिल खाची ने कोविड रोगियों के प्रति मानवीय दृष्टिकोण अपनाने की जरूरत पर बल दिया। अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य आरडी धीमान, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव जेसी शर्मा, प्रधान सचिव राजस्व ओंकार शर्मा व अन्य अधिकारियों ने भी बैठक में भाग लिया।


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