दिव्य हिमाचल स्पेशल…कल से खुलेंगे स्कूल, थर्मल एंट्र्री के ऐसे रहेंगे नियम

By: प्रतिमा चौहान, शिमला Sep 20th, 2020 5:20 pm

प्रतिमा चौहान, शिमला
हिमाचल प्रदेश में मार्च माह के बाद कल स्कूल खुलेगे। महामारी के बाद पहली बार स्कूलों में शैक्षणिक कार्य शुरू होने वाले है। स्कूल में आने वाले शिक्षक, गैर शिक्षक व छात्रों की थर्मल स्कैनिंग की जाएंगी। स्कैनिंग के बाद ही परिसर के अंदर एंट्री देने के आदेश हुए है। इसके साथ ही शिक्षा विभाग ने आदेश दिए है कि स्कूल में बाहर से आने वाले लोगों को बेवजह एंट्री न दी जाएं। इसके साथ ही यह भी आदेश दिए गए है कि छात्रों को भी स्कूल के अंदर तभी आने दिया जाएं, जब उनके पास अभिभावकों से लिया गया अनुमति पत्र होगा।

शिक्षा विभाग की ओर से जारी हुए आदेशों के तहत यह भी साफ किया गया है कि ज्यादा सं या में छात्रों को स्कूल में न बुलाया जाएं। वहीं समय – समय पर स्कूल परिसर, स्टॉफ रूम को सेनेटाइज किया जाएं। शिक्षा विभाग के जारी आदेशों में स्कूल प्रधानाचार्य को कहा गया है कि स्कूल में आने वाले शिक्षकों से ऑनलाइन स्टडी को लेकर रिपोर्ट मांगी जाएं। वहीं अब स्कूल खुलने के बाद जिला उपनिदेशकों को भी कहा गया है कि समय – समय पर स्कूलों का निरीक्षण किया जाएं। शिक्षा विभाग ने हर माह जिला उपनिदेशकों से स्कूलों की व्यवस्थाओं पर रिपोर्ट मांगी है।

सोमवार से 50 प्रतिशत शिक्षक व गैर शिक्षकों के साथ स्कूलों में शैक्षणिक कार्य शुरू हो जाएंगे। सरकार ने स्कूल प्रबंधनों को अनुमति दी है कि वह 50 प्रतिशत स्टॉफ को बुला सकते है। हांलाकि अभी सरकार के आदेशानु सार 30 सितंबर तक स्कूलों में नियमित कक्षाएं छात्रों की नहीं लगेगी। केंद्र सरकार से जारी एसओपी के तहत राज्य सरकार का निर्णय है कि सोमवार से अगर छात्र स्कूलों में शिक्षकों से सिलेबस से जुड़ी कोई समस्या पूछना चाहते है, तो अभिभावकों की लिखित अनुमति के बाद स्कूलों में आ सकते है।

इसके अलावा दूसरे शैक्षणिक संस्थान, कॉलेज, व प्राइवेट कोचिंग सेंटरों में अभी नियमित कक्षाएं नहीं लगेगी। प्रदेश में कन्टेन्मेंट जोन से बाहर 9वीं से 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों के लिए शैक्षणिक संस्थानों को अनुमति प्रदान की है। इस निर्णय के अनुसार शैक्षणिक संस्थानों को 50 प्रतिशत शिक्षकों और गैर शिक्षक कर्मचारियों के साथ 21 सित बर से खोलने को अपनी स्वीकृति प्रदान की गई है।

उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार की एसओपी को जारी रखते हुए फैसला लिया कि स्कूल खुलने के बाद शिक्षकों को छात्रों को ऑनलाइन पढ़ाना होगा, इसके साथ ही स्कूलों से टेलीग्राम के माध्यम से भी छात्रों को पढ़ाने के आदेश हुए है। अब 21 सितंबर के बाद स्कूलों में जिन शिक्षकों की ज्यादा जरूरत होगी, उन्हें बुलाया जाएंगा। इसके साथ ही इस आधार पर भी स्कूलों में शिक्षकों को बुलाया जाएंगा, ताकि छात्रों की ऑनलाइन कक्षाएं भी आईसीटी लैब से शुरू की जा सकें।

उल्लेखनीय है कि अभी भी प्रदेश में 94 प्रतिशत छात्रों तक ऑनलाइन स्टडी सही रूप से पहुंच रही है। हांलाकि इस दौरान उन्होंने यह जरूर कहा कि जहां पर ऑनलाइन स्टडी मुहैया नहीं हो पाई है, ऐसे छात्रों को स्कूलों में आकर शिक्षकों को छात्रों तक स्टडी मटीरियल पहुंचाना होगा, बेशर्ते छात्रों को स्कूल में आने के लिए अभिभावकों से लिखित में अनुमति लेनी होगी। बता दे कि 21 सिंतबर के बाद स्कूलों में 50 प्रतिशत शिक्षकों की हाजिरी लगाना जरूरी है। बारी – बारी सभी शिक्षकों को स्कूलों में आना होगा।

हर माह जिलों को भेजनी होगी रिपोर्ट
बता दे कि हर जिला उपनिदेशकों को निदेशालय में रिपोर्ट भेजनी होगी, कि किस तरह से व्यवस्थाएं स्कूलों में चल रही है। इसके साथ ही स्कूल प्रबंधन को यह भी आदेश दिए गए है कि जिन स्कूलों के पास थर्मल स्कैनर नहीं है, वो जल्द इन्हें खरीद ले।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App