दर्जनों टिप्पर बार्डर के आर-पार

By:  स्टाफ रिपोर्टर। गगरेट Sep 26th, 2020 12:20 am

 गगरेट-स्वां नदी का खरा सोना कहे जाने वाली रेत को हकीकत के सोने में बदलने का यह खेल भी बड़ा ही दिलचस्प है। बेशक पुलिस अब क्षमता से ज्यादा रेत ले जाने वाले टिप्परों पर शिकंजा कस रही है, लेकिन पकड़ में इक्का-दुक्का ही आ रहे हैं बल्कि बड़े पैमाने पर अवैध तरीके से स्वां नदी की रेत को पंजाब पहुंचाने का सिलसिला बदस्तूर जारी है। ‘दिव्य हिमाचल’ ने गुरुवार रात्रि जब पड़ताल की तो पाया कि दर्जनों भारी भरकम टिप्पर अवैध तरीके से रेत ले जाकर आसानी से पंजाब की सीमा में प्रवेश कर गए।

बेशक पुलिस द्वारा जब्त किए गए टिप्परों का आंकड़ा चार है, लेकिन जो टिप्पर बिना किसी बाधा के पंजाब की सीमा को पार कर गए उनका आंकड़ा सौ के करीब होगा। किस प्रकार ये टिप्पर रात के अंधेरे में क्षमता से अधिक रेत लेकर पंजाब को जा रहे हैं पुलिस अगर चाहे तो गगरेट चौक में लगे सीसीटीवी से इसका डाटा भी रिकवर कर सकती है। ‘दिव्य हिमाचल’ ने वीरवार रात्रि ग्यारह बजे से लेकर बारह बजे तक खनन के इस खेल की पड़ताल की। हम ठीक ग्यारह बजे गगरेट के मुख्य चौक पर थे और एक-दो नहीं बल्कि कई टिप्पर बिना किसी रोक-टोक के पंजाब की ओर रुखस्त हो रहे थे। इनमें कई बारह टायरी और चौदह टायरी जैसे भारी भरकम टिप्पर भी थे। इन्हें अपने कैमरे में कैद कर टीम पंजाब की सीमा की ओर बढ़ गई।

रास्ते में कई टिप्पर नजर आए लेकिन इन्हें रोकने वाला कोई नजर नहीं आया। आबकारी एवं कराधान विभाग के नाके पर टिप्पर चालक अपने बिल जरूर चैक करवा रहे थे और बिल चैक करवाने के बाद यहां से आगे बढ़ रहे थे। पंजाब की सीमा आशादेवी पर पर भी बढ़ी तादाद में टिप्पर नजर आए लेकिन यहां से ये आसानी से पंजाब की सीमा में प्रवेश कर गए। करीब बारह बजे तक यह सिलसिला बदस्तूर जारी रहा। उधर, जिला खनन अधिकारी परमजीत सिंह का कहना है कि खनन विभाग इसे गंभीरता से ले रहा है। इस बावत लीज होल्डर को भी पत्र जारी किए गए हैं और आरटीओ को भी पत्र लिखा जा रहा है ताकि क्षमता से अधिक रेत ले जा रहे इन टिप्परों पर कार्रवाई हो सके। वहीं डीएसपी सृष्टि पांडे का कहना है कि खनन माफिया पर लगाम कसने के लिए पुख्ता प्रबंध किए जाएंगे।


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