पहली बार नई फसल…धान की बाली न आने से डरे मंडी के किसान

जिला के क्षेत्रों में कृषि विभाग की टीम ने जायजा लेना किया शुरू; कहा, देरी से आती है सरजू और पीआर-121 धान के बीज पर बाली

मंडी, धर्मपुर-मंडी जिला के जिन क्षेत्रों में धान की पौधे पर सिल्ले नहीं पड़ रहे हैं। उन क्षेत्रों में कृषि विभाग की टीम ने जायजा लेना शुरु कर दिया है। इसमें टीम ने धर्मपुर क्षेत्र के ज्यूणी, रखेड़ा, छतर सहित अन्य गांवों का दौरा करके धान की फसल को परखा। इस दौरान टीम ने पाया कि उक्त क्षेत्रों में धान के पौधे पर सिल्ले पड़ना शुरु हो गए हैं। वहीं, टीम ने किसानों को अवगत करते हुए बताया कि मिडियम मैच्योरिटी हाईब्रिड किस्म के धान सरजू और पीआर-121 का बीज 130-135 दिन में तैयार होता है। उक्त बीज की बिजाई 15 जुलाई तक करना जरुरी होता है।

इसके अलावा मिडियम मैच्योरिटी के लिए समय पर पानी भी चाहिए। बता दें कि मंडी जिला में पहली बार मिडियम मैच्योरिटी हाईब्रिड किस्म के धान सरजू व पीआर-121 का बीज उतराखंड राज्य के सरकारी अजैंसी से मंगवाया गया। नई किस्म के बीज की बिजाई करके मंडी जिला के किसान डर गए है। किसानों से फसल तो बिजाई तो कर दी है, लेकिन अभी तक उक्त किस्म के पौधे पर सिल्ले नहीं निकल पाए हैं। जिसके चलते  इन दिनों मंडी जिला के कुछ क्षेत्रों के किसानों ने विरोध करना शुरु कर दिया है।  किसानों ने खराब बीज व फसल बर्बाद होने पर जिला प्रशासन से आर्थिक सहायता की मांग की है। कृषि विभाग ने धान के पौधे पर सिल्ला न आने बारे स्पष्ट किया है कि केवल मिडियम मैच्योरिटी किस्म के धान सरजू और पीआर-121 का बीज 130-135 दिन में तैयार होता है।  मंडी जिला में उक्त किस्म के बीज की 450 क्विंटल की बिजाई की गई है।

इसके चलते धान में फ्लावरिंग (सिल्ला) देरी से बनता है। जबकि अन्य नॉर्मल धान 90-100 दिन में तैयार होता है। इसके अलावा धान की बिजाई पर निर्भर करता है कि कितने दिन पहले धान की बिजाई की गई है। इसके चलते सरजू और पीआर-121 किस्म के धान में सिल्ले पड़ने में समय लग सकता है। मंडी जिला में पांच ब्लॉक सदर, बल्ह, धर्मपुर, चौंतड़ा और गोपालपुर में सरजू और पीआर-121 किस्म का 450 क्विंटल धान के बीज की बिजाई की गई है। उक्त हाईब्रिडिंग किस्म के धान का उत्पादन 30-40 क्विंटल प्रति हैक्टेयर होता है। जोकि नॉर्मल धान से काफी अच्छा उत्पादक हैं। लेकिन इसके बावजूद कृषि विभाग की टीम धान मेें सिल्ला न पड़ने को लेकर नजर रखे हुए है। इस अवसर पर कृषि विभाग की टीम की तरफ से सुधीर कुमार, संजय गारला उपस्थित रहे।