घर में आयुर्वेद कद्दू के गुण

By: Sep 5th, 2020 12:17 am

– डा. जगीर सिंह पठानिया : सेवानिवृत्त संयुक्त निदेशक, आयुर्वेद, बनखंडी

कद्दू को इंग्लिश में पम्पकिन कहते हैं। इसका बेलनुमा पौधा होता है, जिसकी हर वर्ष गर्मियों व बरसात में खेती की जाती है। कद्दू का उपयोग समान्यतया सब्जियां बनाने के लिए किया जाता है तथा उबाल कर इसका हलवा भी बनया जाता है व इसके बीजों को  भी भून कर नमक मिला कर प्रयोग किया जाता है। कद्दू का फल पौष्टिकता से भरपूर होता है। इसमें विटामिन ए, विटामिन बी कांप्लेक्स, विटामिन सी, विटामिन इ, मैगनीशियम, आयरन, तांबा, पोटाशियम, कैल्शियम व फास्फरोस जैसे खनिज पाए जाते हैं।

गुण व कर्म- कद्दू दिल के रोगों व कोलेस्ट्रॉल को कम करने, इम्यून सिस्टम ठीक करने, मधुमेह को कम करने, त्वचा रोगों व उसमे निखार लाने, श्वास रोग व गठिया आदि रोगों में लाभप्रद है।

कोलेस्ट्रॉल व दिल के रोगों में –कद्दू का प्रयोग हमारे रक्त में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को बढ़ने नहीं देता तथा धमनियों में इसको जमा नहीं होने देता तथा इन्हे संकरा होने से बचाता है व दिल तथा शरीर को भरपूर शुद्ध रक्त से आपूर्ति करता है परिणाम स्वरूप इसके लेने से दिल के दौरे का खतरा नहीं रहता व ब्लड प्रेशर व अन्य दिल के रोगों में भी लाभप्रद है।

इम्यून सिस्टम को बढ़ाने में –कद्दू का प्रयोग हमारे शरीर में रोग प्रतिरोधी क्षमता को बढ़ाता है तथा बार-बार होने वाले जुकाम, कास, ज्वर में लाभप्रद है।

मधुमेह को कम करने में- कद्दू हमारे अग्नाशय को सक्रिय करता है जिस से इन्सुलिन का स्राव प्रचुर मात्रा में होता है जो कि हमारे रक्त में शर्करा की मात्रा को नियंत्रित करता है तथा डायबिटीज को कम करता है।

नींद के लिए- कद्दू का प्रयोग करने से दिमाग की नसों व दिमाग को आराम मिलता है तथा नींद ठीक आती है। त्वचा रोगों में- कद्दू त्वचा के लिए बहुत लाभकारी है। चेहरे से मेलेनिन की मोबिलिसशन करके डार्क स्पॉट्स को हटाता है। चेहरे पर होने वाले एक्ने व पिंपल्स को भी दूर करता है।

चेहरे की सुंदरता के लिए इसका फेस पैक भी प्रयोग किया जा सकता है। अगर त्वचा तैलीय हो तो एक चमच्च सेब का सिरका व एक चमच्च कद्दू का पेस्ट दोनों को मिला कर चेहरे पर 30 मिनट तक लगाना चाहिए उसके बाद पहले गुनगुने पानी व बाद में पानी से मुंह को धो लेना चाहिए इससे चेहरे में निखार आता है। अगर शुष्क त्वचा हो, तो दो चमच्च पके हुए कद्दू की प्यूरी आधा  चमच्च शहद, 1/4 चमच्च दूध मिला कर चेहरे पर 15 मिनट तक लगाना चाहिए।

गठिया रोग में-कद्दू के सेवन से हमारे आहार का पेट व रक्त में ठीक पाचन होता है रक्त में यूरिक एसिड की मात्रा भी सामान्य रहती है इसलिए आमवात व वातरक्त में इस का उपयोग लाभकारी है। इसके अतिरिक्त पेट के रोगों में भी कद्दू लाभकारी है।


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