हार्ट रेट और डिप्रेशन

By: Sep 19th, 2020 12:16 am

जब आप उदास होते हैं, तो जरूरी नहीं कि आप डिप्रेशन में हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि उदासी और डिप्रेशन में अंतर है। जरूरी नहीं हर उदास दिखने वाला व्यक्ति डिप्रेशन में हो या फिर हर खुश दिखने वाला व्यक्ति सचमुच खुश हो। इसलिए सबसे पहले उदासी और डिप्रेशन के बीच के संबंध को समझना जरूरी है…

कहीं आप भी तो डिप्रेशन में नहीं हैं? जब आप उदास होते हैं, तो जरूरी नहीं कि आप डिप्रेशन में हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि उदासी और डिप्रेशन में अंतर है। जरूरी नहीं हर उदास दिखने वाला व्यक्ति डिप्रेशन में हो या फिर हर खुश दिखने वाला व्यक्ति सचमुच खुश हो।

इसलिए सबसे पहले उदासी और डिप्रेशन के बीच के संबंध को समझना जरूरी है। डिप्रेशन व्यक्ति के व्यवहार के साथ-साथ संपूर्ण स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। इसलिए डिप्रेशन के लक्षणों को शुरुआती समय में पहचान कर, इसे कंट्रोल किया जा सकता है। हाल में हुए एक शोध में पाया गया है कि आपकी हृदय गति यानी हार्ट रेट में बदलाव से आपको डिप्रेशन का पता लगाने में मदद मिल सकती है। लेकिन कैसे? आइए जानते हैं।

हृदय गति में बदलाव और डिप्रेशन

शोधकर्ताओं ने पाया है कि 24 घंटे की हृदय गति में बदलाव को मापने से किसी व्यक्ति के उदास होने या डिप्रेशन में होने के बारे में मजबूत संकेत मिल सकते हैं। शोधकर्ताओं के अनुसार, हृदय गति में ये बदलाव डिप्रेशन के शुरुआती संकेत हो सकते हैं।

रिसर्च- गोएथ विश्वविद्यालय, फ्रैंकफर्ट के प्रमुख शोधकर्ता डा. कारमेन ने कहा, हमारे अध्ययन से पता चलता है कि सिर्फ  24 घंटे के लिए आपकी हृदय गति को मापकर हम सटीकता के साथ बता सकते हैं कि कोई व्यक्ति वर्तमान में  डिप्रेशन में है या नहीं।

कैसे पता चलता है

टीम ने अवसादग्रस्तता विकार वाले 16 रोगियों के साथ काम किया और पाया कि उदास रोगियों की हृदय गति लगभग 10 से 15 बीट प्रति मिनट नियंत्रण से अधिक थी। उपचार के बाद फिर से हृदय गति दर को मापा और पाया कि पहले से डिप्रेशन रोगियों की हृदय गति की दर में उतार-चढ़ाव दोनों नियंत्रणों में पाए जाने वाले लोगों के करीब हो गया था। इस अध्ययन से पता चलता है कि आपकी हृदय गति दर डिप्रेशन के जोखिम का आसानी से पता लगाने में मदद कर सकती है। जो इस बीमारी को ठीक करने में बड़ा कदम है।


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