कांगड़ा में 56 हजार लोगों के कोरोना टेस्ट

By: नगर संवाददाता-धर्मशाला Sep 19th, 2020 7:10 am

प्रदेश में सबसे बड़े जिला में हर 80 मरीज कोरोना की चपेट में, ट्र्रूनॉट- रैपिड एंटीजन टेस्ट तकनीक कोरोना लड़ाई में बनी गेम चेंजर

धर्मशाला-देश भर सहित हिमाचल प्रदेश व सबसे बड़े जिला कांगड़ा में कोरोना अब कहर बरपा रहा है। हिमाचल में हर दिन 400 से अधिक मामले सामने आ रहे हैं, तो वहीं कांगड़ा में भी 80 के करीब मामले हर दिन आ रहे हैं।

 ऐसे में स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी कई सवाल उठ रहे हैं। इस पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी गुरुदर्शन गुप्ता ने बताया कि कोविड-19 के बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए ओर भी अधिक एहतियात की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि धर्मशाला में कोविड नियंत्रण कक्ष से पूरी स्थिति पर नजर रखी जा रही है। उन्होंने कहा कि आम नागरिक इन्फ्लूएंजा जैसे लक्षणों को बहुत हल्के में ले रहे हैं और बीमारी के बारे में गंभीर नहीं हैं। स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए देर से रिपोर्ट कर रहे हैं, जिससे उनके स्वास्थ्य में गिरावट दर्ज की जा रही है।

उन्होंने कहा कि विभाग ने रोगियों की 55886 नमूनों को संग्रहित किया है, जिनमें से अब तक 1743  (3.1 प्रतिशत) नमूने संक्रमित पाए गए हैं, जबकि कोविड-19 के कारण 23 लोगों (1.3 प्रतिशत) की दुर्भाग्यपूर्ण मौतें हुई हैं। उन्होंने कहा कि परीक्षण को बढ़ाने के लिए परीक्षण विभाग ने ट्रूनॉट और रैपिड एंटीजेन टेस्ट परीक्षण की तकनीक शुरू की है। परीक्षण के ये दो नए और तीव्र रूप कोविड-19 के विरूद्व लड़ाई में गेम चेंजर बन गए हैं।

ये परीक्षण कुछ मिनटों से लेकर एक घंटे में सक्रिय केस रोगियों को पहचानने और अलग करने के लिए तेज परिणाम प्रदान करते हैं, जिससे संक्रमण श्रृंखला रोकने में मदद मिलती है। जिला कांगड़ा में अब तक 51595 आरटी-पीसीआर टेस्ट किए गए जिसमें 1486 लोगों 2.9 प्रतिशत मामले संक्रमित पाए गए, जबकि ट्रूनॉट के 2563 टेस्ट में 94 लोगों के 3.7 प्रतिशत संक्रमित पाए गए। इसके अलावा 163 आरएटी के 1728 टेस्ट में 163 लोगों के 9.4 प्रतिशत मामले संक्रमित पाये गए।  सीएमओ ने कहा कि सरकार के नवीनतम दिशा-निर्देशों के अनुसार रोगियों को स्थानीय आशा और चिकित्सा अधिकारी के प्रत्यक्ष पर्यवेक्षण के तहत घर में संगरोध में रखने के लिए बढ़ावा दिया जा रहा है।

गंभीर लक्षणों वाले मध्यम और सह-रुग्णता वाले रोगियों को बैजनाथ, डाढ़, पौंग बांध और  डीसीएचसी एवं डीसीएच केंद्र धर्मशाला में भर्ती किया जा रहा है। इन स्थानों पर नवीनतम मानकों के अनुसार दवा और अन्य सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं। डीसीएचसी और डीसीएच जैसे विशेष केंद्र ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स, वेंटिलेटर और डायलिसिस जैसी नवीनतम मशीनों से सुसज्जित हैं।

श्री गुप्ता ने कहा कि सभी नागरिकों को मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग जारी रखनी चाहिए और यदि उनमें खांसी, बुखार, नाक बहने, गले में खराश आदि के लक्षण हैं, तो उन्हें निकटतम स्वास्थ्यम संस्थान को सूचित करना चाहिए या टोल-फ्री नंबर- 104 या 1077 के माध्यम से कोविड कंट्रोल रूम को सूचित करना चाहिए।


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