माइग्रेन  से  बचाव

By: Sep 5th, 2020 12:20 am

माइग्रेन आजकल एक आम बीमारी है। जिसकी गिरफ्त में लोग आसानी से आ जाते हैं। माइग्रेन से पहले कई संकेत मिलते हैं, जिनसे समझा जा सकता है कि इस बीमारी का प्रारंभिक चरण शुरू हो चुका है। जो कि आगे चलकर भयंकर सिर दर्द में तबदील होने वाला है। माइग्रेन के संकेतों को कैसे पहचानें, क्या करें और क्या नहीं, आइए जानते हैं।

माइग्रेन के सामान्य लक्षण- लक्षण व्यक्ति दर व्यक्ति अलग हो सकते हैं, जैसे किसी को जम्हाई ज्यादा आएगी, तो किसी को जल्दी-जल्दी मूत्र त्यागने जाना पड़ेगा। किसी को मीठा खाने की तलब मचेगी खासकर चॉकलेट। अगर आप चॉकलेट खा लेंगे, तो आपको माइग्रेन हो जाएगा और फिर आप सोचेंगे कि आपको चॉकलेट के कारण माइग्रेन हुआ। अगर ऐसे लक्षण देखने को मिलें, तो समझ जाएं कि आपको माइग्रेन ने अपनी गिरफ्त में ले लिया है। इसके अलावा और भी लक्षण हैं। जानिए आगे।

मूड – माइग्रेन शुरू होने से पहले कई लोगों का स्वभाव बहुत चिड़चिड़ा हो जाता है और वो डिप्रेस्ड हो जाते हैं। कई बार इसके उलट भी हो जाता है और लोग बेहद खुश, अति उत्साही होने लगते हैं।

नींद – माइग्रेन से पहले कई बार अचानक से थकान महसूस होने लगती है और अगर आप ज्यादा या कम सोते हैं, तो भी माइग्रेन हो जाता है। इसलिए अपनी नींद के पैटर्न पर नजर रखें ताकि आप समझ पाएं कि माइग्रेन आपको कब परेशान करने वाला है।

पाचन में परेशानी- माइग्रेन से पहले पाचन तंत्र भी गड़बड़ाने लगता है। आपको पेट दर्द, डायरिया या कब्ज होने लगता है। आप इसकी दवा लेकर ठीक हो सकते हैं, लेकिन इसके बाद माइग्रेन से नहीं बच सकते।

लाइट और साउंड के प्रति संवेदनशीलता- यह माइग्रेन का बेहद सामान्य लक्षण है और यह माइग्रेन से होने वाले सिरदर्द के साथ घटता-बढ़ता रहता है। साथ ही चमकीली लाइट और तेज आवाज से भी माइग्रेन होने लगता है जिसे ठीक होने में कुछ घंटे लग जाते हैं।

दिखने में परेशानी – आप जैसे-जैसे माइग्रेन की तरफ  बढ़ते हैं, आपका विजन धुंधला होने लगता है। आपको काले धब्बे और लाइट फ्लैश होने जैसे आकार दिखने लगते हैं। यह समस्या धीरे-धीरे जटिल होने लगती है, लेकिन एक घंटे बाद सामान्य होने लगती है।

कैसे पाएं निजात

पेनकिलर दिलाएंगी राहत -डाक्टर से सलाह लें और फिर पेनकिलर्स का इस्तेमाल करें। इन्हें लंबे समय तक इस्तेमाल करने से बचें, क्योंकि ज्यादा पेनकिलर्स लेने पर पेट में अल्सर की समस्या पैदा हो सकती है। साथ ही जब आप लंबे समय तक दवाइयां लेते रहने के बाद इन्हें बंद करेंगे, तो फिर से सिर दर्द की समस्या होने लगेगी।

कैफीन से होगा फायदा – कम मात्रा में कैफीन के सेवन से माइग्रेन के दर्द में राहत मिलेगी। इससे एस्पिरिन, एसिटामिनोफेन और इबुप्रोफेन जैसी पेन किलर के इफेक्ट भी बूस्ट होंगे, लेकिन ध्यान रखें कि अति ना करें। ज्यादा कैफीन लेने से सिरदर्द की समस्या हो सकती है जब आप इसे बंद कर देंगे।

मेडिटेशन करें – रोजाना 10 मिनट मेडिटेशन करें। गहरी सांस लें और छोड़ें। इससे शरीर की मासपेशियां रिलेक्स होंगी। इसके बाद कुछ समय शांत बैठें। यह आप कभी भी कर सकते हैं, लेकिन जब आपको माइग्रेन के लक्षण महसूस होने लगे, तब करने पर आपको काफी राहत मिलेगी।

दर्द भड़काने वाले फूड न खाएं- कई फूड आइटम्स जैसे चीज, फल, नट्स, अल्कोहल, अचार, नाइट्रेट्स और एमएसजी मिले हुए फूड्स से माइग्रेन का दर्द भड़क सकता है। ऐसे में अगर आप इस बीमारी से जूझ रहे हैं, तो इस बात का ध्यान रखें कि क्या खाने से आपको सिर में दर्द होने लगता है और फिर उन्हें अवॉयड करें।

अंधेरे में रहें –माइग्रेन से जूझ रहे लोगों को रोशनी से परेशानी होने लगती है। ऐसे में जब भी माइग्रेन का दर्द उठे, लाइट से दूर अंधेरे में समय बिताएं। इससे आपको काफी सुकून मिलेगा।


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