प्यूकर पुल को जल्द तैयार करो

By: दिव्य हिमाचल ब्यूरो, केलांग Sep 23rd, 2020 12:02 am

मंत्री डा. रामलाल मार्कंडेय ने अधिकारियों को दिए निर्देश

 केलांग-तकनीकी शिक्षा, जनजातीय विकास मंत्री डा. रामलाल मार्कंडेय ने अपने छह दिवसीय दौरे के तीसरे दिन योचे तथा प्यूकर पुल का निरीक्षण किया और अधिकारियों को तेजी से कार्य पूरा करने के निर्देश दिए। इसके बाद जिस्पा में कृषि विभाग द्वारा आयोजित किसान प्रशिक्षण शिविर में मुख्यातिथि के रूप में शिरकत करते हुए उन्होंने किसानों को प्राकृतिक कृषि की ओर ध्यान देने की की बात कही। उन्होंने बताया कि रासायनिक कृषि से किसान की कृषि की लागत बढ़ती है।

वह ऋण के बोझ से दब जाता है तथा उत्पाद स्वास्थ्य की दृष्टि से हानिकारक होता है, जिससे कि कई बीमारियों के खतरे बढ़ रहे हैं। जैविक कृषि में भी उत्पादन की लागत बढ़ती है, परंतु प्राकृतिक खेती में कृषक की उत्पादन लागत बहुत कम रहती है तथा उत्पादन में वृद्धि होती है साथ ही प्राकृतिक कृषि उत्पाद स्वास्थ्य की दृष्टि से सुरक्षित एवं जहरमुक्त होते हैं। इसमें देशी गाय के गोबर एवं गोमूत्र का प्रयोग किया जाता है। मंत्री ने जानकारी देते हुए कहा कि सरकार का प्रयास है कि हिमाचल प्रदेश को वर्ष 2022 तक प्रथम प्राकृतिक कृषि राज्य के रूप में विकसित किया जा सके। प्राकृतिक कृषि के लिए हिमाचल सरकार ने कई तरह के अनुदान देने का प्रावधान है। देशी गाय खरीदने, गौशाला बनाने, जीवामृत के लिए ड्रम पर अनुदान दिया जाता है। उन्होंने कृषकों लहसुन व सब्जियों के बीज की किट प्रदान कर बीज वितरण भी किया। लाहुल में प्रति परिवार एक बीज किट कृषि विभाग द्वारा दी जाएगी।


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