स्कूल आने से पहले सहमति पत्र लाएं छात्र

आदर्श गर्ल्ज स्कूल नादौन के खुलते ही प्रिंसीपल ने किया आह्वान, विद्यालय में मौजूद रहेगा 50 प्रतिशत स्टाफ

नादौन-सोमवार से प्रदेश के सभी विद्यालय खोल दिए गए हैं जिसमें आवश्यक दिशा-निर्देशों की अनुपालना करते हुए छात्र विषयगत समस्या के समाधान हेतु विद्यालय आ सकते हैं। नियमों की सूचना हर-घर पाठशाला के माध्यम से विभाग द्वारा पाठशाला और शिक्षकों के माध्यम से हर बच्चे के लिए दे दी गई है। शिक्षा विभाग के द्वारा स्टैंडिंग आपरेटिंग प्रोसिजर जारी किया गया है। इस एसओपी में दिए गए दिशा-निर्देशों की अनुपालना करते हुए ही विद्यालय में छात्र आएंगे। इसी क्रम में सोमवार को राजकीय आदर्श कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय नादौन विद्यालय भी खोला गया।

विद्यालय के संस्कृत अध्यापक नरेश मलोटिया शास्त्री के अनुसार सोमवार को विद्यालय में प्रधानाचार्या मीना कुमारी सहित सभी स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे। शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार प्रतिदिन 50 प्रतिशत शिक्षक विद्यालय में उपस्थित रहेंगे और जिन छात्राओं को विषय गत समस्या आ रही है वे सभी छात्राएं वर्दी, हैंड सेनेटाइजर, पानी की बोतल और सामाजिक दूरी की अनुपालना करते हुए विद्यालय आ सकती हैं और अपनी समस्याओं का समाधान अध्यापकों के पास कर सकती है। एसओपी में जारी निर्देशों के अनुसार विद्यालय में आने के लिए छात्राओं को अपने माता-पिता की सहमति लेना आवश्यक है। सहमति पत्र अध्यापकों द्वारा व्हाट्सऐप ग्रुप के माध्यम से बच्चों के लिए प्रेषित कर दिए गए हैं।

कन्या विद्यालय में छात्राएं दूर-दूर से आती हैं अतः उन्हें वर्दी पहनकर आने का निर्देश दिया गया है ताकि छात्राएं घर से सीधे विद्यालय में ही आएं और समस्या समाधान के उपरांत सीधे घर को वापस चली जाएं। सोमवार को प्रधानाचार्या द्वारा अध्यापकों के साथ एक मीटिंग भी की गई जिसमें आवश्यक पहलुओं के ऊपर चर्चा चर्चा की गई ताकि हमारा कोई भी छात्र शिक्षा से वंचित और अपनी समस्या समाधान के बिना न छूटे। विभाग के निर्देशानुसार 30 सितंबर तक छात्राओं को रेगुलर विद्यालय आने की कोई भी बाध्यता नहीं है किसी विशेष समस्या के समाधान हेतु ही छात्राएं विद्यालय आ सकती हैं। सभी अध्यापक इस हेतु पूर्ण सहयोग देंगे और 50 प्रतिशत के हिसाब से कौन अध्यापक किस दिन आएंगे यह पूरी सूचना छात्राओं को दी गई है।