शूलिनी विश्वविद्यालय में साहित्यिक किताब लांच

By: Sep 13th, 2020 8:10 am

सोलन-शूलिनी विश्वविद्यालय के बैलेस्ट्रिस्टिक साहित्य सोसायटी ने एक अन्य साहित्यिक किताब लांच की। जिसका शीर्षक  कोविड मेटामोर्फोसिस है। इस किताब को प्रोफेसर मंजु जैदका और डॉनीलाक दत्ता द्वारा संपादित किया गया है। यह उन कहानियों का एक संग्रह है जो बताती है कि कैसे मानव जीवन को दुनिया भर में व्याप्त कोरोना वायरस ने बदल दिया है। सत्र की अध्यक्षता दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रख्यात शिक्षाविद् और लेखक प्रो मालाश्री लाला ने की।

प्रोफेसर मालाश्री लाल ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में संपादकों और शूलिनी विश्वविद्यालय को नियमित तौर पर उच्च स्तर की साहित्यिक आयोजन के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि कोरोना पर इंटरनेट पर बहुत सारी सामग्री है परंतु यह पुस्तक अद्वितीय है और पहली ऐसी पुस्तक है जिसमें दुनिया भर से मूल कहानियों का अंतरराष्ट्रीय संग्रहण है। कहानियां विशेष रूप से इस संग्रह के लिए लिखी गई और अब तक अप्रकाशित हैं। लेखकों ने इस पुस्तक में एक अभूतपूर्व आपदा के खिलाफ मानव के संघर्ष का दस्तावेजीकरण किया है। इसके साथ संघर्ष करने के नए तरीकों को तलाशना, और साथ ही अंत में विजय रूपी प्रकाश की तलाश करना है। लेखक अलग-अलग भौगोलिक स्थानों से संबंध रखते हैं, जिनमें से प्रत्येक कहानी को अद्वितीय बनाते हैं, जो एक ही समय में पाठकों के जीवन में गूंजती है। प्रो.वीसी शूलिनी विश्वविद्यालय प्रो. अतुल खोसला ने सत्र को संबोधित किया और किए गए कार्यों की सराहना की।  इस पुस्तक का संपादन और संकलन प्रोफेसर मंजू जैदका, एचओडी, अंग्रेजी विभाग, शूलिनी विश्वविद्यालय और बिट्स पिलानी के डॉ  नीलाक दत्ता, गोवा कैंपस द्वारा किया गया है। भारत और विदेश के योगदानकर्ताओं में अलेक्जेंडर बोस्कोविक, अनुपम नाहर, आसरा ममनून, कोरा एल. हार्ड, दिशा पोखरियाल, एरिक चिनजे, हॉवर्ड वोल्फ, केतकी दत्ता, कृष्णमुरारी मुखर्जी, एम सिद्दीक खान, महेश शर्मा, मनदीप कौर, मीनाक्षी तिवारी शामिल हैं। मितुल सरकार, मुकेश विलियम्स, निशि पुलुगुरथा, पायल दत्ता चौधरी, पेड्रो पन्हाका, प्रतिमा अग्निहोत्री, प्रतीप मजुमदार, सागर पांड्या, शिखा ठाकुर, सुदीप्त साहा, सुनैना जैन, सुनीता पटनायक, सुनीता सिंह, तबीर सालता, वर्जीनिया सलाइका और यशिम टर्नर।

ऑनलाइन क्विज कंपीटीशन में शिक्षा खंड नालागढ़ का बेहतर प्रदर्शन

नालागढ़-शिक्षा खंड नालागढ़ के 5400 से अधिक बच्चों ने ऑनलाइन क्विज प्रतियोगिता में भाग लेकर जिला सोलन में प्रथम व प्रदेश में तीसरा स्थान हासिल किया है। प्रतियोगिता में कक्षा पहली से आठवीं तक के बच्चे शामिल हुए। जानकारी देते हुए बीआरसीसी नालागढ़ कश्मीरी लाल ठाकुर ने बताया कि प्रदेश सरकार व शिक्षा विभाग द्वारा कोविड-19 के कारण सभी बच्चों के हित को ध्यान में रखते हुए ऑनलाइन शिक्षा का प्रबंध किया गया। इस कार्यक्रम का नाम हर घर पाठशाला दिया गया है।

इस प्रकार के ऑनलाइन माध्यम के प्रोग्राम से सभी बच्चों तक शिक्षा का लाभ पहुंचाने का उद्देश्य रखा गया है और सभी बच्चों को व्हाट्सऐप के माध्यम से जोड़ने का प्रयास किया गया। सभी बच्चों तक शिक्षण सामग्री व्हाट्सऐप के माध्यम से प्रत्येक बच्चे तक सुबह दस बजे से पहले पहुंच जाती है और और सभी अध्यापक समय-समय पर बच्चों को कठिनाई आने पर कठिनाई स्तर के अनुसार गाइड करते हैं व होमवर्क चैक करते हैं। इस कार्यक्रम के मूल्यांकन व पुनरावृत्ति के लिए सप्ताह के अंत में एक क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है जिसमें बच्चों द्वारा पढ़े गए पाठ्यक्रम में से प्रश्न पूछे जाते हैं और बच्चे बहुत ही खुशनुमा माहौल में इस प्रतियोगिता में भाग लेते हैं और सभी प्रश्नों को हल करते हैं। अपने सही उत्तर आंसर की के साथ मिलाते हैं। इसी कड़ी में  शिक्षा खंड नालागढ़ के सभी स्कूल मुखिया व अध्यापकों के सराहनीय प्रयास से शिक्षा खंड नालागढ़ ने जिला सोलन में प्रथम स्थान व पूरे प्रदेश में तीसरा स्थान प्राप्त किया।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App