दशहरे को रवाना भगवान लक्ष्मी-नारायण

बंजार-सैंज से एकमात्र आराध्य देवता निभाएंगे उत्सव की परंपरा

नगर संवाददाता-सैंज-25 अक्तूबर से शुरू होने वाले अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा के लिए सैंज घाटी के आराध्य देव भगवान लक्ष्मी-नारायण ने अपने हरियान संग शुक्रवार को अपने मूल स्थान रैला से प्रस्थान किया है। ज्ञात रहे कि इस वर्ष अंतरराष्ट्रीय देव कुंभ कोरोना महामारी के चलते सूक्ष्म रूप से मनाया जा रहा है, जिसमें जिला भर के उन सात देवी-देवताओं को दशहरा के लिए बुलाया गया है, जिनकी उत्सव में अहम भूमिका रहेगी, वहीं प्रशासन ने इन सभी देवताओं के हरियानों का कोरोना टेस्ट करवाए हैं।

गुरुवार को सैंज अस्पताल में लक्ष्मी-नारायण के कारकूनों व हरियानों के 35 सैंपल लिए गए हैं। भगवान लक्ष्मी नारायण के कारदार जगन्नाथ ने बताया कि नारायण की यात्रा में चलने वाले हरियानों व कारकूनों के कोरोना टेस्ट लिए गए हैं। वहीं, इन सभी को मास्क, सेनेटाइजर उपलब्ध करवाए गए हैं। सरकार के द्वारा दिए गए सभी दिशा-निर्देश अमल में लाए गए हैं। भगवान लक्ष्मी-नारायण को विष्णु अवतारी माना जाता है। भगवान लक्ष्मी नारायण का देवरथ भारत चीन युद्ध के समय भी दशहरा उत्सव में मौजूद रहा है।