आलू 60 रुपए किलो, गरीब बेबस

By: नगर संवाददाता-शिमला Oct 28th, 2020 12:22 am

निर्धन लोगों का परिवार चलाने वाली सब्जी हुई महंगी; प्याज ने छुआ 80 का आंकड़ा, गृहिणियों की परचेजिंग पावर घटी

शिमला-कोरोना ने जहां लोगों की सेहत और वित्तीय सेहत खराब कर रखी है तो वहीं महंगाई ने लोगों का जीना मुश्किल कर रखा है। महंगाई के चलते आम लोगों की थाली में सब्जियां अब कम होने लगी हैं। इसकी सबसे बड़ी वजह जरूरी चीजों में शामिल सब्जियों की कीमतों में बेहताशा वृद्धि हुई है। शिमला की सब्जी मंडी में मंगलवार को भी प्याज, टमाटर के साथ-साथ आलू ने भी अपने तेवर दिखाना शुरू कर दिए हैं।

सब्जी मंडी में आलू 60 और टमाटर 70 से 80 तो वहीं प्याज भी 80 रुपए किलो बिका। आलू, प्याज और टमाटर लोगों के आंसू तो निकाल ही रहे हैं लेकिन हरी सब्जियां भी लोगों को  कम दामों में नहीं मिल रही हैं। मटर की ही बात करें तो मटर 120 से 140 रुपए किलो बिक रहा है। महंगाई के चलते खरीददारी भी प्रभावित हुई है। सब्जियों के दामों में और आलू प्याज टमाटर के दामों में जो बढ़ोतरी हुई है उसके बाद महिलाएं खरीददारी कम ही कर हरी है। ऐसे में दुकानदारों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं दुकानदारों का कहना है कि सब्जियों सहित प्याज और टमाटर के दामों में जो बढ़ोतरी हुई है उसका एक कारण यह भी है कि अभी मंडी में लोकल सामान बिक रहा है। बाहरी राज्यों से जो सप्लाई होती थी वह इन दिनों प्रभावित हुई है।

120 रुपए किलो बिका हरा मटर

सब्जी मंडी में हरा मटर 120 से 140 रुपए किलो बिक रहा है, जबकि बंद गोभी 50से 60 और फुल गोभी 50 से 70 रुपए किलो के हिसाब से बिक रही है। शिमला मिर्च 90 रुपए किलो के हिसाब से बिक रही है। वहीं वीन्स 80 रुपए किलो बिक रही हैं, जबकि साग व हरा पालक 30 रुपए, गाजर 80, मेथी 80, खीरा 40 रुपए किलो के हिसाब से बिक रहा है।

बाहरी राज्यों से सप्लाई न होने से बढे़ दाम

व्यापारियों का कहना है कि दूसरे प्रदेशों से सब्जी अभी तक बाजार में नहीं पहुंच रही है। इस वजह से दाम बढ़े हैं। वहीं, आलू पहाड़ी है नई फसल अभी बाजारों में नहीं आई है। इसी वजह से दाम बढ़ रहे हैं। प्याज नासिक से आ रहा है, लेकिन इसकी भी नई फसल अभी मंडी में नहीं आई है, जिस कारण लोगों को मंहगाई का सामना करना पड़ रहा है।


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