एमसी से खतरे में लग रही अनिल को अपनी कुर्सी
मंडी-सांसद राम स्वरूप शर्मा ने सदर विधायक द्वारा लगाए आरोपों पर पलटवार किया है। उन्होंने जबाबी पत्रकार वार्ता में गुरुवार को कहा कि नगर परिषद मंडी को जब नगर निगम बनाने का प्रोसैस चला हुआ है तो विधायक और उनका बेटा ग्रामीण लोगों को उकसाकर विरोध का दबाव डाल रहे हैं जबकि अधिकांश लोग नगर निगम चाहते हैं। इन्हें नगर निगम बनने से अपनी कुर्सी खतरे में लग रही है।
उन्होंने कहा कि पूर्व सरकार में अनिल शर्मा भी मंत्री थे, तब मंडी को स्मार्ट सिटी का दर्जा क्यों नहीं दिला सके। भाजपा सांसद रामस्वरूप शर्मा ने कहा है कि जब पूरा देश कोरोना महामारी से संकट में था तो विधायक और उनका परिवार मुम्बई में बालीवुड हस्तियों के साथ घुम रहा था। जब सदर की जनता को उनकी मदद की जरूरत थी तो वे आलीशान करोड़ों के महल में आराम फरमा रहे थे। अब वे मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के कामकाज पर सवाल उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे बताएं कि 1962 से लेकर अब तक उनके परिवार ने सत्ता में रहते हुए मंडी जिला के लिए क्या किया। उन्होंने कहा कि सच्चाई ये है कि इस परिवार को बिना सत्ता के छटपटाहट होती है। इसीलिए सत्ता के लिए वह कभी यहां तो कभी वहां घुसते हैं।
उन्होंने कहा कि मंडी की जनता ने मुझे दो बार सेवा का मौका दिया है और इस परिवार को हाशिए पर धकेल दिया है ताकि जमीन से जुड़ा व्यक्ति ही उनकी सेवा कर सके लेकिन यहां मंत्री पद हमारी सरकार में मिलने के बावजूद इस परिवार को पुत्र और पौत्र मोह ने घेरे रखा और जनता ने इन्हें 4 लाख से अधिक मतों से हराकर धूल चटा दी। विधायक अनिल शर्मा एक वर्ष तक गायब हैं और अब उन्हें सदर के विकास की चिंता सता रही है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व में बिना किसी भेदभाव के यहां का जब विकास होने लगा है तो इस परिवार की जमीन खिसकने लगी है। यहां हैलीपैड, कलस्टर युनिवर्सिटी, शहीद स्मारक, आयुर्वेद संस्थान पंडोह, देवसदन बनकर तैयार होना, 24 घंटे पेयजल स्कीम मिलना, सिवरेज योजना शुरू होना और सडक़ों की दशा शहर में सुधारना इन्हें रास नहीं आ रहा है। इनका एकमात्र उद्देश्य हर काम का विरोध करना रहता है।
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