हर जिला में खुलेंगे साइबर क्राइम थाने, डीजीपी बोले; सरकार को भेजा प्रस्ताव, भर्ती होंगे चीनी भाषा जानने वाले लोग
प्रदेश पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) संजय कुंडू ने कहा कि बढ़ते साइबर क्राइम के चलते हिमाचल के सभी जिलों में साइबर क्राइम थाने खोलने के लिए सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है। उन्होंने कहा कि अभी शिमला में ही सीआईडी क्राइम थाना है। इसके अलावा अटल टनल रोहतांग की सुरक्षा को लेकर भी टनल के दोनों छोर से पहले मनाली के गुमटी में और लाहुल-स्पीति की तरफ सिस्सु में भी पुलिस थाना खोलने का प्रस्ताव सरकार को भेजा गया है। डीजीपी संजय कुंडू ने कहा कि हिमाचल में तिब्बती और चीनी गतिविधियों को देखते हुए सीआईडी में चीनी और तिब्बती भाषा का ज्ञान रखने वाले लोगों को भर्ती किया जाएगा। विभाग द्वारा ऐसे तीन लोगों को भर्ती किए जाने का प्रस्ताव भी सरकार के समक्ष रखा है। इन तीन लोगों को धर्मशाला, कुल्लू और शिमला में भर्ती किया जाएगा, जिससे चीनी और तिब्बती भाषा को समझा और पढ़ा जा सके। डीजीपी ने कहा कि हिमाचल पुलिस सीमा क्षेत्र की सुरक्षा को लेकर विशेष रूप से अलर्ट है।
उन्होंने कहा कि नशे और अवैध खनन सहित तमाम घटनाओं पर नजर रखने के लिए पुलिस तकनीकी संसाधनों का प्रयोग कर रही है। इसके लिए आने वाले समय में सीसीटीवी कैमरा और ड्रोन की संख्या बढ़ाने के लिए संबंधित जिलों के पुलिस अधिकारी अपने उपायुक्तों के माध्यम से विशेष योजना पर काम करेंगे। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में हिमाचल में 19000 सीसीटीवी कैमरा हैं, जिन्हें आने वाले समय में 68000 किया जाएगा। कुंडू ने कहा कि स्कलों के अंदर व बाहर तथा मंदिरों आसपास भी कैमरे लगाए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि इंटेलिजेंट ट्रैफिक सिस्टम लागू करने के लिए भी विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। डीजीपी ने कहा कि डीआईजी इंटेलिजेंस कार्यालय शिमला के बजाय धर्मशाला में बनाने की मंजूरी मिल गई है और जल्द ही धर्मशाला में डीआईजी स्तर के अधिकारी की नियुक्ति कर दी जाएगी। कांगड़ा जिला पंजाब और जम्मू-कश्मीर राज्य की सीमा के साथ सटा हुआ है और पठानकोट भी चिकन नेक की तरह है। ऐसे हालात में पुलिस विभाग विशेष एहतियात के तहत काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि आत्महत्या के मामले दर्ज करने के लिए अलग से रजिस्टर लगाए जाएंगे। इससे पूर्व शनिवार को डीजीपी ने धर्मशाला में पुलिस की उत्तरी रेंज की बैठक ली, जिसमें आईजी नोर्थ जोन सुमेधा द्विवेदी, एसएसपी कांगड़ा विमुक्त रंजन, एसपी चंबा अरूल कुमार व एसपी ऊना अर्जित सैन सहित विभिन्न जिलों के पुलिस अधिकारी मौजूद रहे।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम, माइनिंग भी रोकेंगे
भारत-चीन बॉर्डर पर भी सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं। इसके लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय से भी विशेष योजना के साथ काम किया जा रहा है। सुरक्षा की दृष्टि से आवश्यक कदम उठाने के लिए केंद्र को भी पत्र लिखा है। सीमा क्षेत्र में जगह-जगह टावर लगा दिए गए हैं और हिमाचल के साथ लगते करीब 240 किलोमीटर बॉर्डर एरिया को पूरी तरह से सुरक्षित बनाने पर प्रयास किए जा रहे हैं। इसके अलावा माइनिंग की समस्या पर कंट्रोल करने के लिए उद्योग विभाग के साथ मिलकर काम किया जा रहा है। उन्हें पुलिस ने अपना प्रस्ताव भेजा है। करीब अढ़ाई करोड रुपए उद्योग विभाग से मांगे गए हैं, जिससे ड्रोन और इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर बनाए जाएंगे। तकनीकी संसाधनों से ही अवैध खनन पर नियंत्रण किया जाएगा।
टनल उद्घाटन में पीएम के करीब नेगेटिव लोग ही गए
प्रधानमंत्री के हिमाचल दौरे के दौरान सरकार के विधायकों और मंत्रियों सहित अन्य अधिकारियों के कोरोना संक्रमण मामले पर पूछे गए सवाल के जवाब पर डीजीपी ने कहा कि पुलिस ने विशेष एहतियात बरते हैं। इस मामले में प्रधानमंत्री के आसपास रहने वाले सभी लोगों की रिपोर्ट देखने के बाद ही उन्हें वहां जाने दिया गया था। इस मामले में अधिक जानकारी स्वास्थ्य महकमा ही दे पाएगा, लेकिन यह एक राजनीतिक व्यक्ति के संक्रमित होने के बाद मामला बढ़ा है। हालांकि एसपीजी ने इस बात को पूरी तरह से सुनिश्चित किया था कि प्रधानमंत्री के पास कोई भी व्यक्ति जाएगा, उसकी कोविड रिपोर्ट होगी।
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