होशियारपुर में दो आतंकी अरेस्ट, खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स टेरेरिस्ट मॉड्यूल का पर्दाफाश

पंजाब पुलिस ने रविवार को खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स (केजीएफ) के आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश करते हुए होशियारपुर में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने बताया कि इनकी पहचान होशियारपुर जिला के नूरपुर जट्टां गांव के माखन सिंह गिल उर्फ अमली व दविंदर सिंह उर्फ हैप्पी के रूप में की गई है। पुलिस ने इनके पास से एक एमपी5 सब मशीनगन, दो मैगजीन, 30 कारतूस और एक 9एमएम पिस्तौल बरामद की है। पुलिस महानिदेशक दिनकर गुप्ता के जारी एक प्रेस बयान के अनुसार प्रारंभिक पूछताछ में माखन सिंह ने बताया है कि वह केजीएफ से जुड़े कनाडा के हरप्रीत के संपर्क में था और उसने उसे पंजाब में आतंकी मॉड्यूल तैयार करने को कहा था। माखन सिंह पहले भी हथियारों की तस्करी के आरोप गिरफ्तार किया जा चुका है। कनाडा में रहने वाला हरप्रीत केजीएफ का कार्यकर्ता है, जो अक्सर पाकिस्तान जाता रहता है और पाक आधारित केजीएफ के प्रमुख रणजीत सिंह उर्फ  नीटा का करीबी साथी है। मुलजिमों ने आगे बताया कि उपरोक्त हथियार और असलाह उनको नीटा ने अपने अनजान गुर्गों के द्वारा सप्लाई किया है।

इस मॉड्यूल में शामिल कुछ और विदेशी आतंकवादियों, जिनका अमरीका और जर्मनी के साथ संबंध होने का शक है, के बारे में श्री गुप्ता ने बताया कि ये लोग विदेशी फंड के तौर पर मनी ट्रांसफर सेवाओं जैसे कि वेस्टर्न यूनियन और अन्य कई चैनलों के द्वारा पैसा अमली को ट्रांसफर कर रहे थे। डीजीपी ने आगे खुलासा किया कि मक्खन सिंह उर्फ  अमली एक कट्टरपंथी खालिस्तानी आतंकवादी है, जिसको पहले पंजाब पुलिस ने आतंकवाद के साथ संबंधित अलग-अलग अपराधों में गिरफ्तार किया था। अमली पाकिस्तान से भी प्रशिक्षण प्राप्त कर चुका है और 1980 और 1990 के दशकों के दौरान अमरीका में भी रहा है। वह पाक आधारित बब्बर खालसा इंटरनेशनल के प्रमुख वधावा सिंह बब्बर के साथ जुड़ा रहा है और 14 सालों तक उसके साथ पाकिस्तान में रहा।