लावारिस पशुओं से निपटने में सेहल पंचायत अव्वल
ग्राम पंचायत सेहल हिमाचल प्रदेश में ऐसी पहली पंचायत बनी, जिसमें मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना से पूरी पंचायत में सौर ऊर्जा संचालित तार बाड़ जो कि एक करोड़ 39 लाख से लगाया गया, जिससे आवारा पशुओं और जंगली जानवरों से फसलों को बचाया जा रहा है। इसका परिणाम यह है कि जो किसान खेती करना छोड़ गए थे, फिर से खेती की ओर आकर्षित हुए हैं। इस दौरान ग्राम पंचायत सेहल में पांच वर्षों में अन्य विभागों से कार्य करवाए गए। जायका परियोजना से एक करोड़ 30 लाख पंचायत में खर्च कर इस परियोजना से कूहलों का निर्माण करवाया। किसानों को नकदी फसलों की तरफ प्रेरित किया। साथ ही 250 किसानों को कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर में प्रशिक्षण दिया गया।
परिणाम 10 प्रतिशत लोग सब्जी की पैदावार करने लगे और अपनी आर्थिकी को मजबूत कर रहे हैं। किसानों को खेती के लिए 12 महीने पानी मिल रहा है। हिमाचल प्रदेश कृषि विभाग द्वारा कार्य करवाए गए। पांच वर्ष में आत्मा परियोजना से 20-20 किसानों के ग्रुप बनाए गए और उन्हें वैज्ञानिक तरीके से खेती करने का प्रशिक्षण दिया गया, जिससे पंचायत के 140 किसान परिवार प्रशिक्षित हुए है। सेहल पंचायत के लोग परंपरागत खेती करने के लिए आगे आ रहे हैं, जिससे साल भर खाने के लिए तो अनाज हो जाता है, पर किसानों की आर्थिक स्थिति ऊपर नहीं उठ रही है।
किसानों की आर्थिक स्थिति को उठाने के लिए ग्राम पंचायत सेहल में प्रदेश बागबानी विभाग की परियोजना को चालू करवाया गया। इस परियोजना द्वारा पहले चरण में 225 कनाल भूमि में अमरूद और उम्दा किशम के पौधे लगाए जा रहे हैं। जिस पर एक कनाल भूमि पर लगभग तीन लाख खर्च किए जा रहे हैं। यह किसान को 100 प्रतिशत मुफ्त में लगाया जा रहा है। इसमें आईपीएच विभाग हर पौधे को ड्रंपिंग सिस्टम में पानी देगा। जंगली जानवर और आवारा पशुओं से रोकथाम के लिए जालीदार और सौर ऊर्जा संचालित तार बाढ़ लगाया जा रहा है। इस परियोजना में पंचायत में करोड़ों रुपए खर्च होंगे। और किसानों की आर्थिक स्थिति बेहतर होगी।
पंचायत… सेहल
ब्लॉक… बैजनाथ
प्रधान… रविंद्र कुमार
आबादी… 1700
कुल वार्ड … पांच
मतदाता… 1133
पांच साल की उपलब्धियां
-पंचायत कार्यकाल में लगाई गई पेंशन 57
-मुख्यमंत्री आवास योजना द्वारा बनाए गए चार घर
प्रधानमंत्री आवास योजना द्वारा 27 घरों का
करवाया निर्माण
-447 मनरेगा जॉब कार्डधारकों को दिलाया रोजगार
-पांच साल में मनरेगा में खर्च किए गए 95 लाख
38 हजार
225 कनाल भूमि पर लगाए पौधे
किसानों की आर्थिक स्थिति को उठाने के लिए ग्राम पंचायत सेहल में प्रदेश बागबानी विभाग की परियोजना को चालू करवाया गया। इस परियोजना द्वारा पहले चरण में 225 कनाल भूमि में अमरूद और उम्दा किश्म के पौधे लगाए जा रहे हैं। जिस पर एक कनाल भूमि पर लगभग तीन लाख खर्च किए जा रहे हैं। यह किसान को 100 प्रतिशत मुफ्त में लगाया जा रहा है।
पंचायत में 90 प्रतिशत रास्ते करवाए पक्के
पंचायत प्रधान रविंद्र कुमार का कहना है कि पंचायत में मनरेगा से पांच श्मशानघाटों का निर्माण किया गया। सेहल पंचायत में हर खेत में पानी की व्यवस्था की गई। गांव के रास्ते को पक्की सड़कों से परिवर्तित किया गया। अब 90 प्रतिशत रास्ते पक्के किए जा चुके हैं।
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