आज यात्रा पर निकलेंगे लाहुल के आराध्य देव राजा घेपन

केलांग-कोविड-19 के चलते लाहुल के आराध्य देवता राजा घेपन की लाहुल  यात्रा को लेकर बुधवार को स्थित स्पष्ट हो गई है। राजा घेपन के हारुकाओं और घेपन कमेटी के सदस्यों द्वारा यह फैसला लिया है कि बुधवार को रथ सजाने के बाद गुरुवार को राजा घेपन गुंचलिंग स्तिथ देव मिलन स्थल में अन्य देवी-देवताओ के साथ मिलेंगे और दो दिन तक वहीं रुककर तीसरे दिन वापस आएंगे, जिसमें एक रात जगला स्थित देवस्थल में रुकेंगे, जबकि अगले रोज देवालय लौटेंगे। राजा घेपन कमेटी के प्रधान पूर्ण चंद शाशनी ने बताया कि बुधवार सुबह से ही गोंपाथांग और शाशिन के  स्थानीय लोगों द्वारा देवरीति अनुसार घेपन के रथ को सजाया गया।

रथ लगभग शाम पांच बजे तैयार हुआ, वहीं रोपसंग गांव में विद्यमान देवी बोटी को भी यहां के हारियानों द्वारा विधिवत पूजा-अर्चना के बाद सजाया गया। इसके साथ ही चंद्रा घाटी के गोंधला स्थित मिलंग तेते, ट्रिलिंग के देवता शलबर, खंगसर, मरगेद के देवता ग्यूंड्रल , नागराज, नुक्कर, खाले और जगला के देवता लुंखोरबल, रालिंग के देव ड्राबला,  शूलिंग की देवी मोगार अन्य आठ देवी-देवताओं का रथ भी तैयार किया गया। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के चलते राजा घेपन और देवी बोटी के लाहुल भ्रमण न करने का कमेटी और हारियानों द्वारा बुधवार को सर्वसम्मति से लिया गया है। वहीं 22 अक्तूबर को  केवग स्थित घेपन की मां जंगड्रूल भी शाशिन आएंगे और घेपन से मिलन होगा। उधर, राजा घेपन रोपसंग में विराजमान देवी बोटी संग भी मिलन होगा। प्रशासन और सरकार के निर्देशानुसार सामाजिक दूरी का भी पालन कर रथ गुंचलिंग पहुंचाया जाएगा। उन्होंने सभी श्रद्धालुओं से मास्क पहनकर ही देवस्थल आने को कहा और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने को कहा है।