मोबाइल फूड टेस्टिंग लैबोरेटरी में की दूध की जांच

खाद्य सुरक्षा विभाग कुल्लू ने खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता की जांच के  लिए मोबाइल फूड टेस्टिंग लैबोरेटरी शुरू कर दी है। त्योहारी सीजन में जांच मौके पर ही की जा रही है। फूड सेफ्टी ऑन व्हील्स को साथ लेकर खाद्य सुरक्षा विभाग कुल्लू की टीम छापामारी कर रही है। गुरुवार को टीम ने जिला कुल्लू के मिल्क चिलिंग प्लांट मौहल में 24 सैंपल लिफ्ट किए। मोबाइल फूड टेस्टिंग लैबोरेटरी में की जांच में मिल्क के सभी सैंपलों में किसी भी तरह की मिलावट नहीं पाई।

ऐसे में यह जिला कुल्लू के लिए राहत भरी खबर है। आयुक्त खाद्य सुरक्षा विभाग कुल्लू भविता टंडन ने जानकारी देते हुए कहा कि मिल्क चिलिंग प्लांट मौहाल में निरीक्षण किया गया। एफएसएसएआई की मोबाइल फूड टेस्टिंग लेबोरेटरी  द्वारा 24 दूध के नमूनों का परीक्षण किया गया। सभी एफएसएसए मानकों के अनुरूप सही पाए गए। बता दें कि यह जांच विभाग की टीम यूरिया और कास्टिंग सोडा को लेकर की गई कि कहीं यह तो प्रयोग में नहीं लाया जाता है, लेकिन किसी भी तरह की कोताही नहीं पाई गई। इससे दूध में मिले यूरिया, डिटर्जेंट, अमोनिया सल्फेट, साल्ट, हाइड्रोजन, कास्टिंग सोडा, प्रोटीन और फैट की जांच की गई। उन्होंने बताया कि लोगों की सेहत के साथ खिलवाड़ होने नहीं दिया जाएगा, इसके लिए विभाग की टीम हर दिन निरीक्षण कर रही है।