पालमपुर नगर निगम में आएंगी 14 पंचायतें

By: कार्यालय संवाददाता—पालमपुर Oct 28th, 2020 12:01 am

सरकार ने रखा शांता का मान, नगर परिषद का दर्जा बढ़ा

अंततः पालमपुर की जनता की एक दशक से चली आ रही मांग और पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार की ‘इच्छा’ को मंत्रिमंडल ने पूरा कर दिया। पालमपुर नगर परिषद के आसपास दस पटवार सर्किल की लगभग 14 पंचायतों को नगर निगम में शामिल किए जाने का प्रारूप तैयार किया गया है। इसमें कुछ पंचायतों के कुछ हिस्सों को बाहर रखा जा सकता है, जबकि नगर निगम की पूरी हद अंतिम प्रारूप सामने आने के बाद ही साफ  हो पाएगी, क्योंकि अभी भी आंशिक परिवर्तन हो सकता है।

गौर रहे कि 1950 के दशक में गठित पालमपुर नगर परिषद विश्व की सबसे छोटी परिषदों में शुमार रही है। एक वर्ग किलोमीटर से भी कम दायरे में सिमटी और चार हजार से भी कम जनसंख्या वाली पालमपुर नगर परिषद के विस्तार की मांग लंबे समय से की जा रही थी। इसके लिए बाकायदा संघर्ष समिति का गठन कर विभिन्न स्तरों पर आवाज बुलंद की जाती रही। बीते समय के दौरान बनाए गए प्रारूप में क्षेत्र की 13-14 पंचायतों का समावेश किया गया था, जबकि कुछ दिन पूर्व राज्यसभा सांसद इंदु गोस्वामी ने भी इसके लिए जरूरी 50 हजार की जनसंख्या का आंकड़ा पूरा कर लिए जाने की बात कही थी। हालांकि इसके बाद संशोधन करते हुए नगर निगमों के लिए जनसंख्या का आंकड़ा 40 हजार कर दिया गया था। अब जो प्रारूप बनाया गया है, उसमें करीब 14 पंचायतों को शामिल किया गया है, जिसमें जनसंख्या का आंकड़ा 43 हजार के करीब है और नगर निगम का दायरा 3400 हेक्टेयर के आसपास होगा। पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने पालमपुर को नगर निगम बनाने का महत्त्वपूर्ण निर्णय लेने के लिए सरकार व मुख्यमंत्री का धन्यवाद किया है।

सोलन को डेढ़ दशक बाद मिली खुशियां

स्टाफ रिपोर्टर—सोलन

राजधानी शिमला के बाद सबसे तेजी से विकसित होने वाला सोलन शहर पिछले करीब डेढ़ दशक से नगर निगम बनाए जाने की आस संजोए बैठा था। सरकारें आती और जाती रहीं, लेकिन सोलन को नगर निगम का दर्जा नहीं मिल पाया, जिसका खामियाजा यहां की आम जनता को भुगतना पड़ा। नगर निगम बनाए जाने को लेकर सोलनवासी संघर्ष करते रहे। इसके लिए कई तरह के आंदोलन व प्रदर्शन भी हुए, लेकिन यह मुहिम सिरे नहीं चढ़ पाई। अब कैबिनेट द्वारा सोलन सहित पालमपुर व मंडी को नगर निगम बनाए जाने के फैसले के बाद जिलावासियों की यह मांग पूरी हुई, जिसके बाद शहर में खुशी का माहौल है। नगर निगम बनाने को लेकर वर्तमान भाजपा सरकार ने सोलनवासियों को आशा भी बंधाई थी, लेकिन सत्ता पर काबिज भाजपा सरकार ने इस फैसले को लेकर टालमटोल की स्थिति बना ली थी। सोलन से मिलने वाले प्रतिनिधिमंडलों को भी मुख्यमंत्री ने स्वयं कई बार इस मांग को प्राथमिकता पर रखने का आश्वासन दिया था। चौतरफा दबाव व सोलनवासियों की मांग को जायज मानते हुए आखिरकार प्रदेश कैबिनेट ने इस पर अपनी मुहर लगा ही दी।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App