पौंग पहुंचने लगे विदेशी परिंदे

रामसर वेटलैंड पौंग झील फिर से प्रवासी पक्षियों से गुलजार होने लगी है। सर्दियों का मौसम शुरू होते ही यह विदेशी पक्षी पौंग झील में पहुंचना शुरू हो गए हैं। अब तक झील में 20 हजार प्रवासी पक्षी अलग-अलग प्रजातियों के पहुंच चुके हैं। जैसे-जैसे सर्दी का मौसम और बढ़ेगा इनके आने की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो जाएगी। नवंबर, दिसंबर तथा जनवरी माह तक यह प्रवासी पक्षी लाखों की संख्या में यहां पहुंच जाते हैं और इस पौंग झील को गुलजार कर देते हैं। इन प्रवासी पक्षियों को देखने के लिए भारी संख्या में देश तथा विदेश से पर्यटक यहां आते हैं। इस बार अब तक रूडीशैल डक, गल तथा बारहेडेड गीज नाम के प्रवासी पक्षी पहुंचे हुए हैं।

विभाग द्वारा इन पक्षियों की सुरक्षा के लिए अलग-अलग टीमें बनाकर इनकी सुरक्षा का जिम्मा सौंपा हुआ है। इन प्रवासी पक्षियों का यदि कोई व्यक्ति शिकार करता पकड़ा गया, तो विभाग द्वारा उसे जुर्माने के साथ कैद की भी सजा रखी है। पिछले वर्ष झील में 114 प्रजातियों के करीब एक लाख 15 हजार प्रवासी पक्षी पहुंचे हुए थे । इस बार  इनकी प्रजातियां तथा संख्या में काफी वृद्धि हो सकती है । कुछ दिन पहल वन  मंत्री राकेश पठानिया भी नगरोटा सूरियां में आए थे तथा उन्होंने विस्तार से पौंग झील में आने वाले प्रवासी पक्षियों की जानकारी ली थी और उन्हें कैसे रिंग डाले जाते हैं  के बारे में जानकारी ली थी। वन्य प्राणी विभाग के डीएफओ रोहन रोहने  ने बताया कि झील में प्रवासी पक्षियों का आना शुरू हो गया है और पहली नवंबर से इसकी गिनती शुरू हो जाएगी, जो रूटीन में होती है। इसके अलावा  नगरोटा सूरियां में शीघ्र ही एक स्थानीय जनता द्वारा गठित कमेटी का गठन करके जो मंत्री द्वारा कहा गया है, कार्यों को भी शुरू किया जा रहा है।