प्रदेश में कौन-कौन से और कितने स्कूल, शिक्षा विभाग के पास कोई रिकॉर्ड नहीं

By: सिटी रिपोर्टर, शिमला Oct 29th, 2020 4:18 pm

सिटी रिपोर्टर, शिमला
नेशनल कमीशन ऑफ चाइल्ड राइट ने शिक्षा विभाग को एक बार फिर से फटकार लगाई है। हैरानी की बात है कि हिमाचल में कितने धार्मिंक शिक्षण संस्थानों में छात्रों की शिक्षा चल रही है, इससे संबधित कोई भी जानकारी विभाग के पास नहीं है। यहां तक कि राज्य में कितने वैदिक, मदरसा, मॉनिसटर स्कूल है इसके बारे में भी कोई रिकॉर्ड विभाग के पास नहीं है। अहम यह है कि हिमाचल में मात्र चार ही तिब्बतियन स्कूल है, जोकि शिक्षा विभाग से मान्यता प्राप्त है।

इसके अलावा कोई भी धार्मिंक शिक्षण संस्थान जहां पर कई सालों से छात्र पढ़ रहे है, उनके बारे में कोई भी जानकारी नहीं है। फिलहाल अब जब एनसीपीसीआर यानी की नेशनल कमीशन ऑफ चाइल्ड राइट ने इस पर ऑनलाइन डाटा मांगा है, तो शिक्षा विभाग के हाथ पांव फूल गए है। प्रारंभिक शिक्षा विभाग हो, चाहे उच्च शिक्षा दोनों विभागों के पास इससे संबंधित कोई जानकारी नहीं है। बताया जा रहा है कि इससे पहले शिक्षा विभाग इस तरह का कोई रिकॉर्ड मंगवाता ही नहीं था, लेकिन अब जब एनसीपीसीआर की फटकार लगी है, तो विभाग स्कूलों का रिकॉर्ड ढूंढने में लग गया है।

एनसीपीसीआर से शिक्षा विभाग को पांच माह पहले पत्र आ गया था, उस पत्र के माध्यम से नेशनल कमीशन ऑफ चाइल्ड राइट ने हिमाचल के सरकारी, प्राइवेट व अन्य धार्मिंक शिक्षण संस्थान में पढऩे वाले छात्रों की जानकारी मांगी थी। उस जानकारी में यह बताना था कि कितने स्कूल विभाग से मान्यता प्राप्त है, वहीं बिना मान्यता के कितने स्कूल चल रहे है। शिक्षा विभाग के पास कोई जानकारी इस बाबत न होने की वजह से पांच माह से कोई भी रिपोर्ट अभी तक नहीं बन पाई है।

शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ शिक्षा सचिव ने भी इस बारे में बैठक रखी। उस बैठक में शिक्षा अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने धार्मिक स्कूलों का कोई रिकोर्ड आज तक नहीं बनाया। अब राज्य सरकार ने भी शिक्षा विभाग को आदेश दे दिए है कि वह जल्द राज्य में कितने रिलिजियस स्कूल है, उसकी रिपोर्ट डिप्टी डारेक्टर के माध्यम से इकठ्ठा करे। बता दे कि अब नेशनल कमीशन ऑफ चाइल्ड राइट छोटे बच्चों की पढ़ाई को लेकर गंभीर हो चुका है।

तीन से 15 साल तक के बच्चों को शिक्षा सही ढंग से मिल रही है, या नहीं इस पर पूरा काम किया जा रहा है। अब एनसीपीआर ने साफ किया है कि अब शिक्षा विभाग को राज्य के सभी तरह के स्कूल व छात्रों का बायोडाटा ऑनलाइन पोर्टल पर देना होगा। अब एनसीपीसीआर की फटकार के बाद शिक्षा विभाग ने राज्य के सभी स्कूलों का बायोडाटा एकत्रित करने की प्रक्रिया को शुरू कर दिया है। हिमाचल के सभी शिक्षण संस्थानों का पूरा ब्यौरा शिक्षा विभाग को अपने पास रखना होगा। इससे आसान यह होगा कि प्रदेश में कितने छात्र शिक्षा ले रहे है, वही कितने अभी भी शिक्षा से दूर है।

एमआईएस पोर्टल पर भी करेगा विभाग अपलोड
सरकार ने शिक्षा विभाग को आदेश दिए है कि अब एमआईएस यानी की मैनेजमेंट इनफोरमेशन सिस्टम पर स्कूलों के नाम अपलोड किए जाएं। ऐसे में अब शिक्षा विभाग ने तैयारी कर ली है कि इस पोर्टल पर भी छात्रों सहित सभी शिक्षण संस्थानों का नाम रजिस्टर किया जाएगा।

प्रदेश के सभी धार्मिक शिक्षण संस्थानों का रिकॉर्ड तैयार किया जा रहा है। जल्द ही सरकार व एनसीपीआर को भी इस बाबत रिपोर्ट सौंप दी जाएंगी। हर स्तर पर अब स्कूल व छात्रों का बायोडाटा इकठ्ठा किया जाएंगा।
शुभकरण सिंह निदेशक प्रारंभिक शिक्षा विभाग


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