रसगुल्ला, मेसू और बर्फी के सैंपल भरे

त्योहारी सीजन के चलते फूड एंड सेफ्टी विभाग बिलासपुर की टीम ने शुक्रवार को बिलासपुर शहर की मेन मार्केट में मिठाई सहित अन्य खाद्य पदार्थ बेचने वाली दुकानों का निरीक्षण किया है। निरीक्षण के दौरान टीम ने शहर में स्थिति एक मिठाई की दुकान से रस्स गुल्ला, मेसू व बर्फी के सैंपल भी जांच के लिए भरे हैं। अब विभाग इन सैंपलों को जल्द ही जांच के लिए कंडाघाट लैब में भेजेगा। फिर रिपोर्ट आने बाद ही नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। फूड एंड सेफ्टी विभाग बिलासपुर के सहायक आयुक्त महेश कश्यप ने बताया कि निरीक्षण के दौरान बिलासपुर शहर के बहुत अधिक दुकानदार मिठाइयों पर एक्सपायरी डेट का विवरण नहीं दे रहे हैं। ऐसे में शुरुआती दौर में दुकानदारों को हिदायत दी है। साथ ही दुकानदारों का मिठाइयों पर एक्सपायरी प्लान लिखने के लिए भी कहा गया है।

अगर आगामी निरीक्षण के दौरान के कोई दुकानदार एक्सपायरी प्लान नहीं लिखता है, तो उसके खिलाफ  मौके पर ही जुर्माने सहित कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने बताया कि त्योहारी सीजन के चलते मिठाइयों की खरीददारी अधिक बढ़ जाती है। ऐसे में मिठाइयों में मिलावट होना भी आम बात  है। मिठाइयों की गुणवत्ता पर पूरी तरह से जांच रखने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीमें फील्ड में उतर आई है। जो अब प्रतिदिन जिलाभर की मिठाइयों की दुकानों का निरीक्षण कर सैंपल भर रही है। उन्होंने बताया कि मिठाइयों में सबसे ज्यादा रंगों की मिलावट रहती है। उन्होंने बिलासपुर जिला के सभी मिठाई दुकानदारों को आदेश जारी किए हैं कि मिठाई में रंगों की मात्रा कम से कम होनी चाहिए। अगर किसी भी मिठाई में रंगों की मात्रा अधिक पाई जाती है, तो उसके खिलाफ  मौके पर ही कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने बताया कि खाद्य पदार्थ की दुकानों में कार्य करने वाले वकर्ज का मेडिकल होना भी अनिवार्य किया गया है। अगर कोई वर्कर्ज बिना मेडिकल चैकअप के पाया जाता है, तो उसके खिलाफ  व दुकानदार के खिलाफ  मौके पर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।