सोलन नगर निगम में सबसे ज्यादा जनसंख्या

By: स्टाफ रिपोर्टर — शिमला Oct 30th, 2020 12:01 am

राज्य में तीन नए नगर निगम बनने के बाद इनमें पंचायतों को जोड़ने का काम भी पूरा हो गया है। तीनों नए निगमों में 16 पंचायतों को पूर्ण रूप से जोड़ा गया है, जबकि 17 पंचायतों को आंशिक रूप से इनमें शामिल किया गया है। ऐसे में अब इन तीनों नगर निगमों पंचायतों  की संख्या भी बढ़ जाएगी। मंडी नगर निगम की जनसंख्या 41384 हो जाएगी, जबकि सोलन की 47418, व पालमपुर की 40385 जनसंख्या हो जाएगी। जनसंख्या के हिसाब से सोलन नगर निगम में सबसे ज्यादा लोग जुड़ेंगे। पंचायतों के सम्मलित करने की बात करें, तो नगर निगम मंडी में चार पंचायतें नेला, बैहना, संगरा व दौंधी को पूर्ण रूप से, जबकि सात पंचायतों चलाह, भढयार, भरौण, तुंग, बिजन, बारी व तलेहड़ को आंशिक रूप से शामिल किया गया है।

 नगर निगम का दर्जा प्राप्त करने के बाद नगर परिषद मंडी की जनसंख्या 26431 से बढ़कर 41384 हो जाएगी। सोलन नगर निगम में आठ पंचायतों को आंशिक रूप से शामिल किया गया है, जिनमें शामती, कोठों, पडग, सलोगड़ा, सपरून, आंजी, सेरी और बसाल शामिल हैं। सोलन नगर निगम का दर्जा मिलने के बाद 39256 से बढ़कर 47418 हो जाएगी। नगर निगम पालमपुर में 12 पंचायतें आइमा, चैकी, बिंदरावन, कैयारकड़, खलेट, घुग्गर, राजपुर, टांडा, बनूरीखास, मुहाल बनुरी, होल्टा व बन्धियार पूर्ण रूप से, जबकि दो पंचायतें बंदला व लोना आंशिक रूप से शामिल की गई हैं। नगर निगम का दर्जा मिलने के बाद नगर परिषद पालमपुर की जनसंख्या 40385 हो जाएगी।

 इसके अलावा ऊना में ग्राम पंचायत अंब और निरमंड को नगर पंचायत बनाया गया है। नगर पंचायत आनी में पांच पंचायतों बखनोह, आनी, कुंगश, नमहोंग व कराणा के क्षेत्रों को आंशिक रूप से शामिल किया गया है। इन पांचों पंचायतों की 2205 जनसंख्या को नगर पंचायत आनी में जोड़ा गया है। शिमला जिला में नगर पंचायत चिड़गांव में चिड़गांव व सुंदा-भोंडा पंचायतों के क्षेत्रों को आंशिक रूप से शामिल किया गया है। इस नगर पंचायत में इन पंचायतों के 3378 लोगों को शामिल किया गया है। नगर पंचायत नेरवा में नेरवा पंचायत के क्षेत्र को आंशिक रूप से स िमलित किया गया है और इस नगर पंचायत की जनसंख्या 2216 होगी। सोलन की ग्राम पंचायत कवारग और सिरीनगर के क्षेत्रों को आंशिक रूप से समायोजित कर नई नगर पंचायत कंडाघाट सृजित की गई है, जिसकी कुल जनसंख्या 2668 होगी। इसके अतिरिक्त, जो तीन नगरपालिकाएं पुनर्गठित की गई हैं, उनमें मंडी की नगर परिषद नेरचौक से 7777 जनसंख्या वाले क्षेत्र को नगरपालिका क्षेत्र से निकाला गया है तथा पुनर्गठन के बाद नेरचौक की जनसं या 8528 रह जाएगी। नगर पंचायत करसोग में से भी 770 लोगों को नगरपालिका क्षेत्र से निकाला गया है और 152 लोगों को शामिल किया गया है। इस प्रकार पुनर्गठन के बाद करसोग नगर पंचायत की जनसंख्या 2008 रह जाएगी। कांगड़ा की नगर पंचायत ज्वाली से भी 3436 जनसंख्या वाले क्षेत्र को निकाला गया है और पुनर्गठन के बाद ज्वाली की जनसंख्या 7342 रह जाएगी।

नगर पंचायतों व परिषदों में कुछ क्षेत्रों का पुनर्गठन

सचिव शहरी विकास विभाग रजनीश का कहना है कि शहरी विकास की बढ़ती गति को ध्यान में रखते हुए सरकार ने मंडी, सोलन व पालमपुर का विस्तार करने के उपरांत इन्हें स्तरोन्नत कर नगर निगम का दर्जा प्रदान करने का निर्णय लिया है। इसके अतिरिक्त, प्रदेश में छह नई नगर पंचायतें सृजित करने तथा नगर परिषद नेरचौक, करसोग व जवाली के कुछ क्षेत्रों का पुनर्गठन किया है।


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