जाली सिम से लोगों को ठगने वाला गिरोह काबू

कुल्लू पुलिस ने पाई कामयाबी, सभी आरोपियों का रह चुका है क्रिमिनल रिकार्ड

कार्यालय संवाददाता-कुल्लू-कुल्लू पुलिस ने जाली सिम कार्ड के माध्यम से स्थानीय लोगों से ठगी करने वाले गिरोह को गिरफ्तार किया है। ठगी का तरीका नायाब था। कारनामे में संलिप्त गिरोह छोटे-छोटी रकम दुकानदारों से मांगता था। दो दिन पहले पुलिस थाना सदर कुल्लू में एक अभियोग दर्ज हुआ था, जिसमें शिकायतकर्ता ने बताया था कि कुछ दिन पहले उनको एक अनजान नंबर से फोन आया और उन्हें बताया गया कि उनका वह दूर का रिश्तेदार बोल रहा है और उसको 20 किलो मीट चाहिए। यह भी कहा कि अभी वह घर से दूर है और उसका कोई सामान ऑनलाइन मंगा रखा था, जो एक व्यक्ति लेकर आया है। आप उस सामान को अपने पास ले रख लो और उसकी एवज में उस दूसरे व्यक्ति को 9500 दे दो। शिकायतकर्ता मीट की एक छोटी मोटी दुकान अपने गांव काइस में चलाते हैं।

शिकायतकर्ता गांव का भोला भाला निवासी होने के कारण ज्यादा नहीं समझ पाया और उन्होंने 20 किलो मीट पैक करके रख दिया और थोड़ी देर में एक व्यक्ति उनके पास आया और उनसे कहा कि आपको फोन आया होगा और मैं सामान देने आया हूं। सामान देने वाले व्यक्ति ने एक पैकेट में एक लोहे का टुकड़ा उस मीट विक्रेता को दे दिया।

शिकायतकर्ता मीट विक्रेता ने 9500 नकद उस व्यक्ति के हाथ में दे दिए और वह व्यक्ति पैसे लेकर चला गया। शाम के समय जब विके्रता ने जिस नंबर से कॉल आया था, उस पर कॉल करना चाहा तो वह नंबर बंद आया, जिस व्यक्ति का आरोपी ने नाम बताया था, उसके बारे में पता किया तो उसने बताया कि उसने तो शिकायतकर्ता से बात ही नहीं की थी, जिस पर शिकायतकर्ता ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवा दी। एसपी कुल्लू गौरव सिंह ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि कुल्लू पुलिस की साइबर सैल ने घटना की गहनता से जांच की और पाया कि ऐसी कई और घटनाएं अन्य लोगों के साथ भी हुई हैं। इसमें पता चला कि इस घटना को अंजाम देने वाले जिला कुल्लू के ही चार लोग हैं, जिनमें एक जाली सिम कार्ड बेचने वाला दुकानदार, जो पहले भी एक चोरी के केस में गिरफ्तार रह चुका है। मनाली से एक व्यक्ति जो सिम कार्ड खरीदने वाला, जो बिना आईडी के सिम कार्ड खरीद करता था और जाली सिम कार्ड लेने के लिए 2000 से लेकर 4000 तक राशि दुकानदार को देता था और वीआईपी नंबर लेता था तथा दो ऐसे व्यक्ति जो पूरी ठगी की घटना को अंजाम देने के लिए योजना तैयार करते थे।  अपनी ही एक निजी गाड़ी की नंबर प्लेट उतार कर अप्लाइड फॉर का बोर्ड लगाकर ठगने का काम करते थे।

पूछताछ में आरोपियों ने कबूला गुनाह

सभी आरोपियों को सबूतों के आधार पर इनके खिलाफ दर्ज मुकदमों में इन्हें गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों  ने पूछताछ में अपना गुनाह भी कबूल कर लिया है। इस घटना का मुखिया विक्रांत उर्फ बोनी है, जिसने अभी तक जिला कुल्लू में 12 से 13 घटनाओं को अंजाम दिया और उनसे पैसे ठगे हैं। ये विक्टिम के नंबर पहले जानकर उनकी दुकान के बाहर लगे बोर्ड पर चेक करते थे, जिस भी दुकान के बाहर नंबर लिखा होता था वहां जाकर रैकी करके पता करते थे कि उस दुकान का मालिक या काम करने वाला व्यक्ति, उसका अच्छा रिश्ता किस व्यक्ति के साथ है।  कौन व्यक्ति उसके फोन करने पर पैसे उनको थमा सकता है। इसके बाद वे योजना के मुताबिक उस दुकान के मालिक को फोन करते थे।