पारला भुंतर के जाम का नहीं समाधान

500 मीटर का सफर करने में एक घंटे तक का लग रहा समय, लोग परेशान

स्टाफ रिपोर्टर-भुंतर-जिला कुल्लू के पारला भुंतर की सड़क वाहनों के लिए कम पड़ रही है। यहां पर लगने वाले जाम से पार पाने में सरकार और प्रशासन के साथ पुलिस महकमें के हाथ-पांव फूल रहे हैं। हर रोज यहां से सैकड़ों गुजरते वाहन घंटों तक अपनी रफ्तार रोकने को मजबूर हैं, लेकिन किसी भी प्रकार की राहत न मिलने से इन्हें परेशानी हो रही है। सरकार ने कोरोना संक्रमण के संकट के बीच फिर से नाइट कर्फ्यू लगाया है तो वाहन चालकों को अब चिंता सता रही है कि इसके कारण उन्हें पुलिस का चालान भुगतना पड़ सकता है। भुंतर पुल से लेकर त्रैहण चौक तक करीब 500 मीटर की इस सड़क पर कई बार वाहन चालकों को पार होने में एक घंटा तक का समय लग जाता है।

इस सड़क को लेकर सैकड़ों बार सरकार के लोगों ने अर्जी लगाई, लेकिन सरकारों ने अभी तक अपने हाथ खडे़ ही किए हैं और यहां से गुजरने वालों को उनके हाल पर ही छोड़ा है। अब कोरोना संक्रमण के कारण लगते कर्फ्यू के बीच लोगों को नई चिंता सता रहा है। वाहन चालकों व कारोबारियों अजय कुमार, सुरेंद्र शर्मा, प्रभात ंिसह, मनोज कुमार, बीर सिंह आदि ने बताया कि अकसर वे देर शाम को साढ़े सात बजे के बाद ही दुकानों को बंद कर घरों को यहां से निकलते हैं, लेकिन यहां पर इस दौरान भी लंबा जाम लगा रहता है।

इन का कहना है कि नाइट कर्फ्यू आठ बजे से लगता है और ऐसे में उन्हें हो सकती है और पुलिस चालान काट सकती है। लोगों के अनुसार पुलिस प्रशासन से यहां पर स्थायी तौर पर यातायात पुलिस को तैनात करने की मांग कई बार की जा चुकी है, लेकिन जिला स्तर से निर्देश मिलने पर कुछ दिन तक तो भुंतर पुलिस यहां पर कर्मियों को तैनात करती है, लेकिन कुछ ही दिनों में पुलिस कर्मियों को हटा दिया जाता है और पुलिस के हटते ही फिर से वहीं कहानी आरंभ हो जाती है। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि यहां पर यातायात पुलिस को स्थायी तौर पर तैनात किया जाए और अगर जाम के कारण यहां पर लोग फंसते हैं, तो उनका चालान न काटा जाए। कुल्लू के पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह के अनुसार पारला भुंतर में व्यवस्था बनाने को लेकर भुंतर पुलिस को निर्देश दिए गए हैं, ताकि वाहन चालकों व लोगों को परेशानी न हो।