फसलों को आसमान से बरस रही टॉनिक
भुंतर में लगातार हो रही बारिश से पारा शून्य से नीचे, घरों में दुबके लोग
स्टाफ रिपोर्टर-भुंतर-लगातार तीन दिन से हो रही बारिश ने मटर और लहसुन की फसल को संजीवनी दी है। बारिश के कारण घाटी में पारा शून्य के पास भले ही पहुंचने लगा है और लोग घरों में दुबक गए हैं, लेकिन किसानों और बागबानों के लिए यह मौसम सौगात बनकर बरस रहा है। मिली जानकारी के अनुसार बुधवार को देर शाम तक जिला की पार्वती व रूपी घाटी की उंची चोटियों पर बर्फबारी का दौर जारी था।
यहां के बरशैणी, खीरगंगा, रूद्रनाग, मलाणा, मणिकर्ण, कोटकंढी, शीलागढ़ और अन्य चोटियों पर जमकर हिमपात हुआ जिसके कारण ठंडक और बढ़ गई है। भुंतर, बजौरा सहित निचले इलाकों में जमकर बारिश का दौर भी दिन भर रूक-रूक कर चलता रहा। बता दें कि मौसम साफ रहने के कारण कई किसान अभी तक भी लहसुन की बीजाई का काम पूरा नहीं कर पाए थे तो कुछ किसानों को बीजी हुई लहसुन व मटर की फसल के लिए बारिश की आस थी। अब इन किसानों को राहत मिली है। पिछले एक दशक से जिला में लहसुन का कारोबार हर साल बढ़ता जा रहा है। करीब 1000 हेक्टेयर से अधिक भूमि पर यहां लहसुन की फसल किसानों द्वारा लगाई जा रही है और बाहरी मंडियों में बेची जाती है। जबकि मटर की फसल की भी करीब 700 हेक्टेयर में बीजाई होती है। रूपी घाटी के किसान सुरेश कुमार, चमन लाल, दुनी चंद, टिकम राम, नीरत सिंह का कहना है कि बारिश से अब अच्छी फसल की आस है। वहीं, घाटी के बागबान प्रूनिंग और तौलिए बनाने की तैयारी में थे। अब इन बागबानों को भी आसमान से राहत मिली बजौरा में स्थित जिला कृषि विज्ञान केंद्र के प्रभारी वैज्ञानिक डा. केसी शर्मा के अनुसार मौसम में परिवर्तन होना लहसुन और मटर की फसल के लिए अच्छा संकेत है।
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