सूखे से निपटने को प्लान बनाए विभाग

दिव्य हिमाचल ब्यूरो—हमीरपुर-उपायुक्त देवाश्वेता बनिक ने जलशक्ति विभाग, कृषि, उद्यान और पशुपालन विभाग के अधिकारियों को भविष्य में सूखे जैसी स्थिति से उत्पन्न होने वाली परिस्थितियों से निपटने के लिए विभागीय स्तर पर योजना बनाने के निर्देश दिए हैं। जिले में सूखे जैसी आपदा से निपटने के प्रबंधों को लेकर शनिवार को हमीर भवन में प्रशासनिक और विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान उपायुक्त ने ये निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पिछले दो-तीन महीनों से जिला में बहुत कम बारिश हुई है। आने वाले समय में भी अगर कम बारिश होती है तो ऐसी परिस्थिति से निपटने के लिए हर संबंधित विभाग का एक प्लान होना चाहिए। ये विभाग 15 दिनों के भीतर उपमंडल स्तर पर प्लान बनाकर संबंधित एसडीएम को सौंपें, ताकि भविष्य में सूखे की स्थिति पैदा होने पर उचित प्रबंध किए जा सकें।

पेयजल और सिंचाई योजनाओं की मौजूदा स्थिति की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने कहा कि अभी जिले में पेयजल आपूर्ति सुचारू रूप से हो रही है, लेकिन आने वाले समय में पानी की संभावित कमी वाले क्षेत्रों के लिए जलशक्ति विभाग के अधिकारी अन्य विकल्प भी तैयार रखें। देवाश्वेता बनिक ने कहा कि कई बार पेयजल योजनाओं में पर्याप्त पानी होने के बावजूद इसका सही वितरण नहीं हो पाता है। जलशक्ति विभाग के अधिकारी इसका विशेष ख्याल रखें और अपने फील्ड स्टाफ को सक्रिय रखें। उपायुक्त ने कृषि और उद्यान विभाग के अधिकारियों से जिला में विभिन्न फसलों की बुआई और नींबू प्रजाति के फल-पौधों की स्थिति का ब्यौरा भी तलब किया। उन्होंने पशुपालन विभाग के अधिकारियों को भी उचित प्रबंध करने के निर्देश दिए। उपायुक्त ने सभी एसडीएम को उपमंडल स्तर पर विभागीय अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित करके एक व्यापक योजना तैयार करने को कहा। बैठक में अन्य मुद्दों पर भी विस्तार से चर्चा की गई।

बैठक में ये अधिकारी रहे मौजूद

इस मौके पर एडीएम जितेंद्र सांजटा, एसडीएम हमीरपुर डा. चिरंजी लाल चौहान, एसडीएम सुजानपुर शिल्पी बेक्टा, एसडीएम भोरंज राकेश शर्मा, एसडीएम नादौन विजय धीमान, जिला राजस्व अधिकारी देवराज भाटिया और तहसीलदार बड़सर ओपी शर्मा के अलावा जलशक्ति विभाग, कृषि विभाग, उद्यान विभाग, पशुपालन तथा अन्य विभागों के अधिकारी भी उपस्थित थे।