चंबा में मजदूरों और किसानों ने मांगा हक

चंबा-चुवाड़ी व होली सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ केंद्रीय ट्रेड यूनियन किया प्रदर्शन, रैलियां निकालकर जमकर की नारेबाजी
केंद्रीय ट्रेड यूनियन के आहवान पर गुरुवार को सीटू ने जिला चंबा में चंबा, चुवाड़ी व होली में कामकाज ठप्प रखते हुए हल्ला बोला। इस दौरान सीटू से संबंधित यूनियनों ने रैलियां निकालते हुए केंद्र सरकार के जन व श्रमिक विरोधी नीतियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। गुरुवार को चंबा में आयोजित विरोध प्रदर्शन की नेतृत्व अनिल कुमार, चुवाड़ी में सीटू की जिला महासचिव सुदेश ठाकुर और होली में जिला कोषाध्यक्ष विपिन शर्मा ने किया। यूनियन नेताओं ने कहा कि सरकार ने श्रम कानूनों में बदलाव करके 44 श्रम कानूनों को चार लेबर कोड में समाहित कर पूंजीपतियों को सीधे तौर पर फायदा पहुंचाया है। इसके चलते मजदूरों को फिर से गुलामी की ओर धकेला जा रहा है।
आजादी से पहले बने कानूनों को मजदूरों के संगठनों ने अंग्रेजी हकूमत से भी लड़ कर हासिल किया था, जिसे मोदी सरकार ने बड़े उद्योगपतियों के पक्ष में बदल दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने बड़ी चालाकी से कोरोना महामारी के चलते लाकडाउन में यह काम किया, क्योंकि सरकार जानती थी कि इसके विरोध में लोग सड़कों पर नहीं उतर पाएंगे, परंतु सरकार का सोचना यह गलत है जिन लोगों ने अंग्रेजी हकूमत से लड़ के हासिल किए वो लोग ऐसे सस्ते में नहीं जाने देंगे। यूनियन नेताओं ने सरकार को चेताया कि सरकार के इन काले कानूनों का हर स्तर पर विरोध हो रहा है और आगे भी सरकार का मुकाबला किया जाएगा जिसकी चाहे कोई भी कीमत क्यूं न चुकानी पड़े।
सीटू ने सरकार से मांग की है कि नए लेबर कोड की जगह पुराने श्रम कानूनों को बहाल करें, किसान विरोधी काले कानूनों को निरस्त करें, न्यूनतम वेतन इक्कीस हजार रुपए, सार्वजनिक क्षेत्रों को बेचना बंद करें, 45 वें श्रम सम्मेलन की सिफारिशों को लागू करें, आंगनबाड़ी वर्कर्ज व मिड-डे मील वर्कर्ज को नियमित के साथ पेंशन व ग्रेच्युटी, पुरानी पेंशन स्कीम को बहाली ठेकाकरण की नीति बंद करें व पक्के किस्म के कामों में नियमित रोजगार दे। आउटसोर्स कर्मचारियों को नियमित किया जाए। हाइडल प्रोजेक्टों में श्रम कानूनों को सख्ती से लागू किया जाए। इन विरोध प्रदर्शन में आंगनबाड़ी यूनियन चुवाड़ी की प्रधान बबीता ठाकुर, सचिव रेखा देवी, चंबा की प्रधान अंजु शर्मा, सचिव आशा, मिड-डे मील यूनियन से कांता, होशियार, सविता, कुठेड प्रोजेक्ट वर्कर्ज यूनियन के सचिव सुरेश डलैल, उपाध्यक्ष राकेश कुमार, विजय कुमार, बजोली होली के सचिव देवी सिंह, विपिन कुमार व बर्फी राम सहित सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल रहे।