गर्भवती महिलाओं का हो सौ फीसदी पंजीकण

उपायुक्त ने की महिला एवं बाल विकास योजनाओं की समीक्षा, अधिकारियों को दिलाई लड़का-लड़की में भेदभाव न करने की शपथ

दिव्य हिमाचल ब्यूरो—हमीरपुर

उपायुक्त देवाश्वेता बनिक ने शुक्रवार को हमीर भवन में महिला एवं बाल विकास विभाग की विभिन्न योजनाओं से संबंधित जिला स्तरीय समितियों की बैठक की अध्यक्षता।  बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने कहा कि इस योजना के तहत जिले भर में विभिन्न गतिविधियों एवं कार्यक्त्रमों की एक व्यापक रूपरेखा तय की गई थी, लेकिन कोविड-19 के कारण ये सभी गतिविधियां काफी प्रभावित हुई हैं। कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी आने तथा सार्वजनिक कार्यक्रमों पर विभिन्न पाबंदियों के हटने के साथ ही सभी सीडीपीओ, फील्ड कर्मचारी तथा आंगनबाड़ी वर्कर्स अब बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना से संबंधित गतिविधियों को गति प्रदान करें। देवाश्वेता बनिक ने कहा कि जिला में गर्भवती महिलाओं का शत-प्रतिशत पंजीकरण होना चाहिए तथा प्रसव तक उनकी नियमित ट्रैकिंग होनी चाहिए। इसके अलावा लिंगानुपात में सुधार के लिए आयोजित किए जाने वाले जागरूकता कार्यक्रमों में महिलाओं के साथ-साथ पुरुषों विशेषकर युवाओं की भागीदारी भी सुनिश्चित करें। इससे इन कार्यक्त्रमों के अच्छे परिणाम सामने आएंगे।

इस अवसर पर उपायुक्त ने अधिकारियों को लड़का-लड़की में भेदभाव न करने की शपथ दिलाई। बैठक में पोषण अभियान, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, सशक्त महिला योजना, आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से दी जा रही विभिन्न सुविधाओं, आंगनबाड़ी भवनों के निर्माण और अन्य मुद्दों पर भी विस्तार से चर्चा की गई। उपायुक्त ने बताया कि जिला में छह वर्ष तक की आयु के बच्चों, 11 से 19 वर्ष तक की किशोरियों, गर्भवती एवं धात्री महिलाओं और 49 वर्ष तक आयु की अन्य महिलाओं में अनीमिया की जांच के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग, स्वास्थ्य और आयुर्वेद विभाग के माध्यम से फरवरी माह में संयुक्त अभियान चलाया जाएगा। इसके अलावा प्रदेश सरकार की ‘वो दिन’ योजना के तहत महिलाओं को माहवारी स्वच्छता, पोषण और एनीमिया के प्रति जागरूक करने के लिए सुजानपुर ब्लॉक में पायलट प्रोजेक्ट के तहत एक व्यापक अभियान चलाया जाएगा। उपायुक्त ने विभागीय अधिकारियों को इस अभियान की रूपरेखा तैयार करने के निर्देश भी दिए।