चुनावी शोर खत्म, अंतिम दिन चुनीं 1137 पंचायतें, तीसरे दौर में पुरुषों के बजाय महिलाओं ने दिखाया ज्यादा जोश

तीन चरणों में निपटाई गई पंचायती राज चुनाव की प्रक्रिया, तीसरे दौर में पुरुषों के बजाय महिलाओं ने दिखाया ज्यादा जोश
स्टाफ रिपोर्टर—शिमला
राज्य में पंचायती राज चुनावों का शोर गुरुवार को खत्म हो गया। अंतिम दिन राज्य में 80.80 प्रतिशत मतदान हुआ। पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं ने अपने मत का अधिक प्रयोग अंतिम दिन किया। अंतिम चरण में हिमाचल की 1137 पंचायतों के लिए मतदान हुआ। पहले दो चरणों से ज्यादा मत अंतिम चरण में पड़े। युवाओं, बुजुर्गों समेत महिलाओं में वोट डालने का ज्यादा क्रेज दिखा। सुबह आठ बजे से ही पोलिंग बूथों के बाहर कतारें लगना शुरू हो गई थी। पहले चरण के लिए 17 जनवरी को 1208 पंचायतों को लेकर मतदान हुआ था, जिसमें 80.10 फीसदी मतदान हुआ।
महिलाओं ने पहले चरण में भी अपनी भागीदारी पुरुषों से ज्यादा दर्ज करवाई, जबकि 125 कोविड संक्रमित मरीजों ने अपने मत डाले। दूसरे चरण का चुनाव 19 जनवरी को आयोजित किया गया, जिसमें 1208 पंचायतों के लिए 80.50 फीसदी मतदान हुआ। इस चरण में भी महिलाओं की भागीदारी पुरुषों से ज्यादा रही और 75 कोविड मरीजों ने अपने मतदान का प्रयोग किया। अंतिम चरण का चुनाव गुरुवार को हुआ, जिसमें 1137 पंचायतों के लिए 80.80 फीसदी हाजिरी भरी। अंतिम दिन भी महिलाओं की ज्यादा भागीदारी रही। हिमाचल में तीसरे चरण के पंचायती राज चुनावों में वोटिंग के साथ ही अब हिमाचल में अगले पांच सालों के लिए पंचायती राज चुनाव संपन्न हो गए।
ऐसा रहा तीसरे चरण का मतदान
जिला पंचायतें मतदान प्रतिशतता
मंडी 181 164537 81.30
कुल्लू 76 85166 83.75
शिमला 135 98804 81.30
किन्नौर 24 10702 67.50
सिरमौर 84 90049 85.60
सोलन 76 86340 84.92
चंबा 83 85187 83.26
कांगड़ा 264 265012 77.40
ऊना 77 89422 81.11
हमीरपुर 81 88014 78.50
बिलासपुर 56 68601 80.57
पहली को होगी नई पंचायतों की बैठक
27 को बुलाई मीटिंग में बदलाव, डीसी-एसडीएम करेंगे शपथ की व्यवस्था
कार्यालय संवाददाता—शिमला
हिमाचल प्रदेश में पंचायतों में नवनिवार्चित प्रतिनिधियों की पहली बैठक का आयोजन एक फरवरी को किया जाएगा। हांलाकि पूर्व में पहली बैठक के लिए 27 जनवरी का दिन निधार्रित किया गया था, मगर अब इसमें बदलाव करते हुए पहली बैठक के लिए एक फरवरी की तिथि तय की गई है। प्रदेश में गुरुवार को पंचायती राज चुनाव के लिए आखिरी चरण का मतदान हुआ है। इसके साथ ही प्रदेश में पंचायती राज चुनाव प्रकिया संपन्न हो गई है। अब पंचायतों में अगामी प्रकियां को अमलीजमा पहने की तैयारियां शुरू हो गई है। नव निर्वार्चित प्रधानों, उपप्रधानों की शपथ की जिम्मेदारी एसडीएम को सौपी गई है।
एसडीएम ही उनके शपथ की तिथियां निधार्रित करेंगे, जबकि जिला परिषद में चुने गए प्रतिनिधियों के शपथ की तिथियां उपायुक्त द्वारा निधार्रित की जाएगी और नवनिवार्चित प्रतिनिधियों को शपथ दिलाई जाएगी, जबकि पंचायतों में चुने गए वार्ड मेंबर के शपथ की व्यवस्था प्रधानों द्वारा की जाएगी। प्रदेश में पंचायत प्रतिनिधियों के शपथ ग्रहण 27 जनवरी से शुरू हो जाएगा। प्रदेश में आखिरी चरण में 1137 पंचायतों में मतदान हुआ। आखिरी चरण में मतदाताओं में मतदान करने में खासी रूचि दिखाई है। तीसरे चरण में प्रदेश में बम्पर मतदान हुआ है।
रिकार्ड 870 मतों से जीतीं खड़ीहार की प्रधान नीलम
कुल्लू— खड़ीहार पंचायत में इस बार प्रधान पद महिला आरक्षित होने पर नीलम शर्मा ने रिकार्ड मतों से जीत हासिल की है। प्रधान पद के लिए पंचायत से तीन महिलाएं चुनावी दंगल में कूदी थीं। जहां पर नीलम शर्मा, जो कि वर्ष 2011 से 2015 तक प्रधान भी रह चुकी हैं, ने एक बार फिर अपनी किस्मत अजमाते हुए भारी मतों से रिकार्ड तोड़ जीत दर्ज की है। नीलम शर्मा को 1131 मत पड़े और 870 मतों से जीत हासिल की है। इसी के साथ जो अन्य दो महिलाएं प्रधान पद के लिए खड़ी थीं, उन्हें महज 167 व 152 ही मत पड़े। इससे साफ है कि पहले भी प्रधान रह चुकीं नीलम शर्मा ने अपने कार्यकाल के दौरान विकास कार्य किए हैं। बता दें कि नीलम शर्मा के ससुराल से पहले भी पंचायत चुनावों में सदस्य रह चुके हैं।