पूर्ण राज्यत्व दिवस… मतदान की शपथ

 किसान भवन में जिला स्तरीय कार्यक्रम में डीसी ने जनसमूह को दिलाई सौगंध, एलईडी से दिखाया शिमला से सीधा प्रसारण

कार्यालय संवाददाता-बिलासपुर

पूर्ण राज्यत्व दिवस के स्वर्ण जयंती समारोह का जिला स्तरीय कार्यक्रम किसान भवन में आयोजित किया गया। जहां से पूर्ण राज्यत्व दिवस के स्वर्ण जयंती समारोह के राज्य स्तरीय कार्यक्रम का एलईडी के माध्यम से शिमला से सीधा प्रसारण दिखाया गया। इस अवसर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। प्रातः 10 बजे से 11 बजे तक राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया गया, जिसमें मुख्य निर्वाचन आयुक्त भारत सरकार सुनील अरोडा का संदेश सुनाया गया। इसके उपरांत उपायुक्त रोहित जम्वाल ने उपस्थित जनसमूह को लोकतंत्र को मजबूत करने में सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने की शपथ दिलाई और 21 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके नए पंजीकृत मतदाताओं को मतदाता पहचान पत्र वितरित किए।

इस अवसर पर महिला जागृति सोसायटी कल्लर और अमर ज्योति सांस्कृतिक कला मंच घुमारवीं द्वारा सामूहिक लोक नृत्य की भव्य प्रस्तुतियां दीं।  उपायुक्त रोहित जम्वाल ने जिला के समस्त नागरिकों को पूर्ण राज्यत्व दिवस के स्वर्ण जयंती समारोह की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दीं। प्रदेश देश की आजादी के पूरे आठ माह के उपरांत 15 अप्रैल 1948 को 30 छोटी-बड़ी पहाड़ी रियासतों के विलय के परिणामस्वरूप चीफ कमिशनर प्रोविन्स के रूप में अस्तित्व में आया। महासू, मंडी, चंबा व सिरमौर को अलग-अलग जिलों का दर्जा दिया गया। उस समय हिमाचल प्रदेश का क्षेत्रफल 10 हजार 451 वर्ग मीटर और जनसंख्या 9 लाख 83 हजार 367 थी। वर्ष 1950 को हिमाचल को (सी) स्टेट का राज्य का दर्जा देकर विधासभा के गठन का प्रावधान कर दिया।

मार्च 1952 में डा. परमार ने इस प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की और अपने तीन सदस्यीय मंत्रिमंडल का गठन किया। जुलाई 1954 में बिलासपुर को हिमाचल में मिलाकर इसे प्रदेश का पांचवां जिला बनाया गया। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश पूर्ण राज्य के रूप में अपनी शानदार यात्रा के 50 वर्ष पूर्ण कर रहा है। प्रदेश ने लगभग शून्य से अपनी विकास यात्रा आरंभ की थी। पिछले 50 वर्षों के दौरान विशेषकर पूर्ण राज्यत्व का प्राप्त होने के उपरांत हिमाचल प्रदेश ने विकास की जिन ऊंचाइयों को छुआं है वे अन्य पहाड़ी क्षेत्र के लिए प्रेरणादायक है।

प्रदेश ने विकास में नए आयाम किए स्थापित

प्रदेश ने सामाजिक एवं आर्थिक क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन लाकर चहुंमुखी विकास में नए आयाम स्थापित किए है। कठिन भौगोलिक स्थिति और सीमित साधनों के बावजूद प्रदेश ने कृषि, बागवानी, सड़क नेटवर्क, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्रगति की है।  प्रदेश को सुशासन, स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, बागबानी सहित सततः विकास लक्ष्यों में बेहतर प्रदर्शन के लिए अनेक राष्ट्रीय स्तरीय पुरस्कार प्राप्त हुए है। नई योजनाओं और नवाचार प्रयासों के परिणाम स्वरूप प्रदेश निरंतर प्रगति के पथ पर शिखर की ओर अग्रसर है। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक दिवाकर शर्मा, एसडीएम रामेश्वर दास, सहायक आयुक्त सिद्वार्थ आचार्य, डीआरओ देवी राम व इलेक्शन तहसीलदार विजय कुमार शर्मा सहित अन्य उपस्थित रहे।