ट्रंप के खिलाफ महाभियोग सत्र शुरू, उपराष्ट्रपति पेंस ने 25वां संशोधन लागू करने से किया इनकार

By: Jan 14th, 2021 12:06 am

प्रतिनिधि सभा से प्रस्ताव पारित, उपराष्ट्रपति पेंस ने 25वां संशोधन लागू करने से किया इनकार

एजेंसियां — वाशिंगटन

डेमोक्रेटिक-नियंत्रित अमरीकी प्रतिनिधि सभा ने बुधवार को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों द्वारा कैपिटोल पर किए गए हमले को लेकर, जिसमें 5 लोगों की मौत हो गई थी, ऐतिहासिक दूसरे महाभियोग पर बहस शुरू कर दी। उम्मीद की जा रही है कि निचले सदन में सांसद दोपहर 3ः00 बजे (20ः00 जीएमटी) महाभियोग के लिए मतदान करें – जो कि ट्रंप के खिलाफ कार्यवाही की औपचारिक शुरुआत होगी। इससे पहले डेमोक्रेटिक नेताओं के नियंत्रण वाली अमरीकी प्रतिनिधि सभा ने एक प्रस्ताव पारित करके देश के निवर्तमान उपराष्ट्रपति माइक पेंस से अपील की कि वह निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को पद से हटाने के लिए 25वां संशोधन लागू करें। इस प्रस्ताव को 205 के मुकाबले 223 मतों से पारित किया गया। प्रस्ताव में पेंस से अपील की गई कि वह कैबिनेट से 25वां संधोशन लागू करने को कहें। इस संशोधन को पूर्व राष्ट्रपति जॉन एफ केनेडी की हत्या के मद्देनजर 50 साल से अधिक समय पहले पारित किया गया था।  यदि कोई व्यक्ति राष्ट्रपति पद पर सेवा देने उपयुक्त नहीं रह जाता, तो उसकी जगह किसी और की नियुक्त किए जाने का प्रावधान करने के लिए इस संशोधन का उपयोग किया जाता है।

 इससे पहले पेंस ने प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी से कहा था वह 25वां संशोधन लागू नहीं करेंगे। पेंस ने प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैंसी पेलोसी को लिखे पत्र में कहा कि हमारे संविधान में, 25वां संशोधन सजा देने या अधिकार छीनने का जरिया नहीं है। इस प्रकार से 25वां संशोधन लागू करना खराब उदाहरण पेश करेगा। पेलोसी ने सदन में कहा कि छह जनवरी को ट्रंप ने अमरीका के खिलाफ एक घातक विद्रोह को भड़काया, जिसने इसके लोकतंत्र के दिल यूएस कैपिटल पर हमला किया। उन्होंने कहा कि तथ्य बिलकुल स्पष्ट हैं कि इस राजद्रोही हमले के पीछे राष्ट्रपति का हाथ था और उन्होंने अपने समर्थकों को इसके लिए उकसाया।

किला बना व्हाइट हाउस, सीक्रेट सर्विस एफबीआई के साथ नेशनल गार्ड्स तैनात

अमरीका की राजधानी वाशिंगटन में हिंसा की आशंका के चलते आपातकाल का ऐलान होते ही व्हाइट हाउस को किले में तबदील कर दिया गया है। 20 जनवरी को अमरीका के नए राष्ट्रपति जो बाइडेन के शपथ ग्रहण समारोह को देखते हुए यहां सीक्रेट सर्विस और एफबीआई के अलावा यूएस नेशनल गार्ड्स की भी तैनाती की गई है। इस समारोह के दौरान वाशिंगटन में किसी भी प्रकार की हिंसा से निपटने के लिए एक मल्टी एजेंसी कमांड सेंटर को भी स्थापित किया गया है। यहां से 24 घंटे पूरे वॉशिंगटन की निगरानी की जा रही है।


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