सठवीं वन बीट में खैर के पेड़ कत्ल

वन काटुओं ने काट डाले 11 दरख्त, वन विभाग ने पुलिस में दर्ज करवाया केस

निजी संवाददाता—बड़सर

वन रेंज बिझड़ी के तहत सठवीं वीट में खैर के पेड़ों पर कुल्हाड़ी चली है। वन काटुओं ने अवैध तरीके से यहां पर खैर के 11 पेड़ काट लिए। सठवीं बीट के नोहान गांव के साथ लगती खड्ड किनारे सरकारी भूमि से अवैध पेड़ कटान का मामला सामने आया है। खड्ड किनारे लगभग 11 पेड़ों पर लकड़ी की अवैध तस्करी करने वाले लोगों द्वारा कुल्हाड़ी चलाई गई है। जिसकी भनक वन विभाग की टीम को लगी तो मौके पर पहुंची टीम ने पाया कि करीब 11 खैर के पेड़ों पर कुल्हाड़ी चलाई गई है। वन काटुआ खैरों की लकड़ी को यहां से काटकर ले गए। यहां महज खैर के ठूंठ ही बचे थे। बहुमूल्य सरकारी वन संपदा को रातोंरात गायब कर दिया गया है।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस बीट पर यह कोई ऐसा पहला मामला नहीं है कि लकड़ी की अवैध तस्करी करने वाला का गिरोह सक्रिय हुआ हो। इससे पहले भी इस बीट में  गिरोह सक्रिय रहा है। जब मौका लगता है उसका फायदा उठाकर पेड़ों पर कुल्हाड़ी चला दी जाती है। जानकारी के अनुसार लकड़ी की अवैध तस्करी करने वाले लोग के अंधेरे का फायदा उठाकर इन खैर के पेड़ों को साथ लगते बिलासपुर जिला में ले जाया करते हैं। रात के अंधेरे में उस सीमा पर कोई नाका न होने के चलते यह वन  विभाग व पुलिस से बचे रह जाते हैं। वन विभाग की टीम में रविवार के दिन आधा दर्जन के करीब फोरेस्ट गार्ड, कार्यकारी बीओ राजकुमार इत्यादि की ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए काटे गए पेड़ों की मार्किंग की और उसके बाद डिटेल तैयार करके पुलिस चौकी दियोटसिद्ध के लिए वन विभाग की टीम रवाना हो गई है। इस बारे में कार्यकारी बीओ राजकुमार का कहना है कि सरकारी भूमि से खड्ड  किनारे के पेड़ों पर कुल्हाड़ी चलाई गई है, जिसकी छानबीन की जा रही है, साथ ही विभाग द्वारा इस मामले की पुलिस चौकी दियोटसिद्ध में रिपोर्ट दर्ज करवाई जा रही है। लकड़ी की अवैध तस्करी करने वाले लोगों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।