जिला परिषद चुनावों में हारे ओहदेदार

भाजपा का नौ और कांग्रेस का छह सीटों पर कब्जा, दो सीटों पर निर्दलीय और एक पर सीपीआईएम ने हासिल की जीत

दिव्य हिमाचल ब्यूरो—हमीरपुर
हमीरपुर के 18 जिला परिषद वार्डों के आए चुनाव परिणामों ने जहां पार्टी संगठनों के बड़े ओहदेदारों की जमीनी पकड़ की पोल खोलकर रख दी है, वहीं एक तस्वीर और साफ हो गई है कि पार्टियों द्वारा जबरन जनता पर थोपे गए उम्मीदवार लोगों को दिलो-दिमाग पर नहीं उतर रहे हैं। शनिवार को सभी वार्डों के चुनाव परिणामों के बाद भाजपा नौ सीटों पर जबकि कांग्रेस छह ही सीटों पर अपना वर्चस्व कायम कर पाई। इसके अलावा दो सीटों पर जनता ने न बीजेपी का साथ दिया न कांग्रेस का वहां निर्दलीय पर भरोसा जताया, जबकि एक सीट सीपीआईएम ने कब्जाई है।

जानकारी के मुताबिक जिला परिषद के इन चुनावों में वार्ड नंबर छह में भाजपा कार्यसमिति की सदस्य और वार्ड सात में भाजयुमो के पूर्व जिला अध्यक्ष जबकि वर्तमान में जिला भाजपा के महामंत्री को हार का सामना करना पड़ा। जिला महामंत्री की हार भी पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय राज्य वित्त मंत्री के गृह क्षेत्र में हुई। इसी तरह वार्ड नंबर पांच में पूर्व पंचायत प्रधान और भाजपा के उम्मीदवार को हार का सामना करना पड़ा। उधर बात कांग्रेस प्रत्याशियों की करें तो वार्ड नंबर पांच में कांग्रेस अनुसूचित विभाग के जिलाअध्यक्ष को हार का सामना करना पड़ा। यही नहीं सुजानपुर स्थित वार्ड नंबर एक बगेहड़ा से कांगे्रस के जिला उपाध्यक्ष भी जिला परिषद का चुनाव हार गए।

वार्ड नंबर पांच जंगलरोपा और वार्ड नंबर सात धीरड़ में निर्दलीयों पर जनता ने भरोसा जताया है। वहीं नादौन स्थित वार्ड नंबर 15 लहड़ा से न कांग्रेस न भाजपा जनता ने सीपीआईएम के केंडीडेट को जितवाया। इन चुनावों के बाद एक बार फिर जनता ने दोनों पार्टियों को संदेश देने के प्रयास किया कि अब ऐसा नहीं चलेगा कि पार्टी का टिकट किसी को भी थमा दिया और यह उ मीद पाल ली कि वह जीत जाएगा। जनता केवल उसी का साथ देगी जिसकी पूर्व में जनता के प्रति पर्फोमेंस रही होगी। साथ ही पब्लिक ने अपने वोटों से यह भी संदेश देने का प्रयास किया है कि बाहरी लोगों को लाने का चलन अब नहीं चलेगा। आपको उसी क्षेत्र से उम्मीदवार सिलेक्ट करना होगा जहां चुनाव हो रहे हैं।

आजाद जीते पवन कुमार चर्चा में

वार्ड नंबर सात धीरड़ से जिला परिषद का चुनाव जीते आजाद प्रत्याशी पवन कुमार ने यह साबित कर दिया है कि काम करने वाले और जनता में रसूख रखने वालों को हमेशा पब्लिक साथ देती है। पवन कुमार की बात करें तो उन्हें 8620 मत पड़े। उन्होंने यहां जिला भाजपा के महामंत्री और कांग्रेस प्रत्याशी को तीन हजार से अधिक मतों के अंतर से हराया। यही नहीं उन्होंने इस बार वार्ड बदलकर इलेक्शन लड़ा था। इससे भी बड़ी बात कि रिजर्व होते हुए भी उन्होंने ओपन सीट से चुनाव लड़कर जीत हासिल की। बताते हैं कि भोरंज क्षेत्र के रहने वाले पवन कुमार पूर्व में भी जिला परिषद के लिए आजाद ही चुनाव लड़े हैं और जीते भी हैं।