मेरी सेवा पर कीचड़ उछाला, बंद कर दूंगा लंगर

लंगर विवाद मामले में सर्बजीत बॉबी ने आहत होकर लिया फैसला; बोले, 31 मार्च के बाद नहीं करेंगे सेवा

कार्यालय संवाददाता,शिमला

शिमला का लंगर विवाद थम गया है। सर्वजीत बॉबी ने लंगर बंद करने का निर्णय लिया है। सर्वजीत ने कहा कि वह 31 मार्च के बाद लंगर नहीं लगाएंगे। उक्त अवधि के बाद लंगर स्थल,सामान व स्टाफ गुरमीत को सौप कर लंगर बंद कर देंगे।

शिमला में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए सर्वजीत ने कहा कि इस विवाद से उनके  निःस्वार्थ सेवा भाव पर किचड़ उछाला जा रहा है। इससे उनकी भावनाएं आहत हुई हैं। जिसके चलते उन्होंने लंगर बदं करने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा अगर सरकार व प्रशासन उनके रोगी वाहन सेवा सहित कमला नेहरू अस्पताल में चलाए जा रहे लंगर से कोई दिक्कत है, तो वह इससे भी बदं कर देगें।  सर्वजीत बॉबी ने कहा कि वह 25 सालों से समाज सेवा कर रहे है। लेकिन इस विवाद के बाद से उनकी भावनाएं आहत हुई है। उन्होेंने आरोप लगाते हुए कहा कि लंगर को बदं करने के लिए काफी पहले से प्रयास शुरू हो गए थे।

उनका कहना था कि उनका राजनीति से कोई लेना देना नहीं है। मगर एक समाज सेवक को राजनीति में घसीटा गया है, जो तर्क संगत नहीं है। उन्होंने राज्य सरकार व अस्पताल प्रशासन से उक्त स्थल पर दो माह ओर लंगर लगाने की अनुमति मांगी है। इसके बाद वहा उक्त स्थल का खाली कर देंगे।

अस्पतालों को राजनीति से दूर रखें

सर्वजीत बॉबी ने सरकार से मागं उठाई है कि अस्पतालों को राजनीति से दूर रखें। उन्होंने आरोप लगाया कि प्राइम पोस्ट पर अपने चहेतों को बिठाया जाता है, जो अपने चहेतों को ही विशेष फेवर देतें हैं। अस्पतालों में राजनीति को छोड़ कर निःस्वार्थ भाव से सेवा पर बल दिया जाना चाहिए।

दो घंटे दिया गया धरना

सर्वजीत बॉबी शिमला में दो घटें तक मौन प्रर्दशन किया। इस दौरान उनके साथ उनके समर्थक भी उपस्थित रहे। सर्वजीत बॉबी पत्रकार वार्ता के दौरान भावुक दिखें। इतना ही नहीं उनके कई समर्थकों को भी उक्त निर्णय के बाद भावुक होते हुए देखा गया। सर्वजीत ने कहा कि आज के बाद उक्त प्रकरण को लेकर कोई प्रर्दशन नहीं होगा।