Netaji birthday: नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर इन नेताओं ने दी श्रद्धांजलि

By: Jan 23rd, 2021 12:51 pm

नई दिल्ली — प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस को उनकी 125वीं जयंती पर नमन किया है तथा श्रद्धांजलि अर्पित की है। श्री मोदी ने शनिवार को ट्विट किया कि महान स्वतंत्रता सेनानी और भारत माता के सच्चे सपूत नेताजी सुभाष चंद्र बोस को उनकी जन्म-जयंती पर शत-शत नमन। कृतज्ञ राष्ट्र देश की आजादी के लिए उनके त्याग और समर्पण को सदा याद रखेगा। सरकार ने निर्णय लिया है कि नेताजी की जयंती को देश भर में हर वर्ष पराक्रम दिवस के रूप में मनाया जाएगा।

श्री मोदी खुद आज कोलकाता में पराक्रम दिवस पर आयोजित समारोह को संबोधित करेंगे। इससे पहले शुक्रवार को भी उन्होंने नेताजी की जयंती की पूर्व संध्या पर सिलसिलेवार ट्विट कर कहा था कि कल, भारत के महान नेता नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाएगा। देश भर में आयोजित किए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों में से एक विशेष कार्यक्रम गुजरात के हरिपुरा में आयोजित किया जा रहा है।

दोपहर 1 बजे शुरू हो रहे कार्यक्रम में शामिल होइये। उन्होंने कहा था कि हरिपुरा का नेताजी सुभाष चंद्र बोस के साथ एक विशेष संबंध रहा है। 1938 के ऐतिहासिक हरिपुरा अधिवेशन में नेताजी बोस ने कांग्रेस पार्टी का अध्यक्ष पद संभाला था। हरिपुरा में कल का कार्यक्रम हमारे राष्ट्र के लिए नेताजी बोस के योगदान को एक श्रद्धांजलि होगी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि नेताजी बोस की जयंती की पूर्व संध्या पर, मेरा मन 23 जनवरी, 2009 का दिन याद करता है- जब हमने हरिपुरा से ई-ग्राम विश्वग्राम परियोजना शुरू की थी। इस पहल ने गुजरात के आईटी बुनियादी ढांचे में क्रांति ला दी और राज्य के सुदूरवर्ती भागों के गरीब लोगों को प्रौद्योगिकी का लाभ मिला। मैं हरिपुरा के लोगों के स्नेह को कभी नहीं भूल सकता, जो मुझे उसी सड़क पर एक विस्तृत जुलूस के माध्यम से ले गए, जिस सड़क पर नेताजी बोस 1938 में गए थे।

उनके जुलूस में एक सजा हुआ रथ शामिल था जिसे 51 बैलों ने खींचा था। मैंने उस जगह का भी दौरा किया जहाँ नेताजी हरिपुरा में रुके थे। श्री मोदी ने कहा कि ईश्वर करे कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस के विचार और आदर्श हमें एक ऐसे भारत के निर्माण की दिशा में काम करने की प्रेरणा प्रदान करें, जिस पर उन्हें गर्व होगा… एक मजबूत, आत्मविश्वासी और आत्मनिर्भर भारत, जिसका मानव-केंद्रित दृष्टिकोण आने वाले वर्षों में एक बेहतर ग्रह के निर्माण में योगदान देगा।

सुभाष चंद्र बोस को राष्ट्रपति कोविंद ने किया याद, श्रद्धांजलि दी

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर शनिवार को उन्हें याद किया और भावभीनी श्रद्धांजलि दी। श्री कोविंद ने ट्वीट करके कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस के 125वें जयंती वर्ष के समारोहों के शुभारंभ के अवसर पर उनको सादर नमन। उनके अदम्य साहस और वीरता के सम्मान में पूरा राष्ट्र उनकी जयंती को ‘पराक्रम दिवसÓ के रूप में मना रहा है। नेताजी ने अपने अनगिनत अनुयायियों में राष्ट्रवाद की भावना का संचार किया। उन्होंने आगे कहा कि भारत के स्वतंत्रता संग्राम में असाधारण योगदान देने वाले नेताजी हमारे सबसे प्रिय राष्ट्र नायकों में से एक हैं। उनकी देशभक्ति और बलिदान से हमें सदैव प्रेरणा मिलती रहेगी। उन्होंने आजादी की भावना पर बहुत बल दिया और उसे मजबूत बनाने के लिए हम पूर्णतया प्रतिबद्ध हैं।

नायडू बोले, राष्ट्रवाद, साहस और त्याग की मूर्ति है नेताजी

उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जन्मदिवस को ‘पराक्रम दिवसÓ के रूप में मनाने का स्वागत करते हुए कहा है कि राष्ट्रवाद, साहस और त्याग की प्रतिमूर्ति है। श्री नायडू ने शनिवार को सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट फेसबुक पर लिखें एक लेख में कहा कि सरकार ने नेता जी की जन्म जयंती को देश भर में पराक्रम दिवस के रूप में मनाने का निर्णय किया है। उन्होंने कहा कि मैं इस निर्णय का स्वागत करता हूं।

एक अदम्य शौर्यवान नायक को जिसका नाम भारतीय इतिहास में स्वर्णाक्षरों में अंकित है, यह सच्ची श्रद्धांजलि होगी। हम सब जानते हैं कि नेताजी विलक्षण प्रतिभा वाले साहसी नेता थे, जिन्होंने आज़ादी के लिए संघर्ष में कोई कसर बाकी नहीं रखी। उनके समकालीन इतिहास और उनके स्वयं के जीवन वृत्त का अध्ययन करें तो पता चलता है कि राष्ट्रवाद से प्रेरित, भारत को विदेशी शासन की बेडिय़ों से मुक्त कराने के जुनून से ओतप्रोत, नेताजी में नेतृत्व का स्वाभाविक गुण था।

श्री नायडू ने ‘जय हिंदÓ के नारे का उल्लेख करते हुए कहा कि ‘जय हिंदÓ रोजमर्रा का यह अभिवादन हमारी अत: चेतना में रचा बसा है। कभी सोचा किसने इसे इतना प्रचलित कर दिया कि ये फौरन ही आपमें एक ऊर्जा, आवेश भर देता है, अपनी मातृभूमि के लिए आपके कर्तव्य भाव को जगा देता है, राष्ट्रवाद की तीव्र भावना जगा देता है।

श्री नायडू ने नेताजी के जीवन के विभिन्न आयामों, घटनाओं और कथनों का उल्लेख करते हुए कहा कि नेताजी उत्कृष्ट राष्ट्रप्रेम, नि:स्वार्थ राष्ट्र सेवा, एक बड़े लक्ष्य के प्रति पूर्ण समर्पण, प्रतिकूल परिस्थिति में अदम्य साहस जैसे उदात्त उदार गुणों की प्रतिमूर्ति थे। वे देश के भविष्य के प्रति आशावादी दृष्टि रखने वाले एक करिश्माई नेता थे। नेता जी भारतवासियों की पीढिय़ों के लिए सदैव प्रेरणास्रोत रहेंगे और देशवासियों में मातृभूमि के प्रति श्रद्धा और प्रेम की प्रेरणा देते रहेंगे।

शाह ने नेताजी को श्रद्धांजलि अर्पित की

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस को उनकी 125वीं जयंती पर आज श्रद्धांजलि अर्पित की। श्री शाह ने शनिवार को अपने ट्विट संदेश में कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस के साहस और पराक्रम ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को नई शक्ति प्रदान की।

उन्होंने विपरीत परिस्थितियों में अपने करिश्माई नेतृत्व से देश की युवाशक्ति को संगठित किया। स्वतंत्रता आन्दोलन के ऐसे महानायक की 125वीं जयंती पर उन्हें कोटि-कोटि नमन।एक अन्य ट्विट में उन्होंने कहा कि संपूर्ण राष्ट्र नेताजी के पराक्रम और अविरल संघर्ष के लिए सदैव ऋणी रहेगा।

उनकी जयंती को ‘पराक्रम दिवस’ के रूप में मनाकर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने उन्हें एक अभूतपूर्व श्रद्धांजलि दी है। समस्त देशवासियों को पराक्रम दिवस की शुभकामनाएं देता हूं। उल्लेखनीय है कि सरकार ने नेताजी की जयंती को हर वर्ष देश भर में पराक्रम दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया है।्र

नड्डा ने बोस की जयंती पर उन्हें नमन किया

नई दिल्ली — भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने महान स्वतंत्रता सेनानी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती पर उन्हें नमन किया है। श्री नड्डा ने शनिवार को ट्वीट कर कहा कि आजाद हिंद फौज के संस्थापक और महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर उन्हें शत्-शत् नमन और सभी देशवासियों को पराक्रम दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। उन्होंने कहा कि अंग्रेजी हुकूमत की नींव हिलाने और भारत की स्वतंत्रता हेतु आपके त्याग, बलिदान और समर्पण का राष्ट्र सदैव कृतज्ञ रहेगा।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App