पुराने वर्कर्ज की अनदेखी पड़ गई भारी
निजी संवाददाता—नगरोटा सूरियां
जवाली में भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं की लगातार तीन वर्षों में अनदेखी के कारण नगर पंचायत निकाय चुनाव में हार का मुंह देखना पड़ा नौ में से सात प्रत्याशी कांग्रेस समर्थक जीते हैं जबकि भाजपा का एक प्रत्याशी केवल दो मतों से जीता है। इस हार के बाद जिला प्रदेश में इसकी चर्चा होगी पंचायत इकाई चुनाव चाहे पार्टी चिन्ह पर नहीं हुए, लेकिन जो प्रत्याशी खड़े होते हैं उन्हें जरूर सर्मथन भाजपा-कांग्रेस नेताओं का था। जवाली भाजपा में एक बार फिर इन चुनावों में भाजपा के पुराने कार्यकर्ताओं की अनदेखी के कारण भाजपा समर्थक प्रत्याशियों को निकाय चुनाव में हार का मुंह देखना पड़ा। हर जगह भाजपा समर्थक प्रत्याशी भारी मतों से हारे। जवाली उपमंडल में बहुत सी पंचायतों में प्रधानों, ब्लॉक समिति सदस्य व नगर पंचायत निकाय चुनाव में बहुत से भाजपा समर्थक एक-दूसरे के सामने खड़े हैं। वहीं इन चुनावों में कांग्रेस का एक-एक प्रत्याशी खड़ा है। कांग्रेस नेता चंद्र कुमार ने पंचायत इकाई चुनावों से पहले अपने कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की, लेकिन भाजपा सब कुछ भूल गई, जो भाजपा के जिला परिषद समर्थक खड़े हैं उन्हें कोई भी भाजपा कार्यकर्ता समर्थन दे नहीं दे रहा है। वहीं कांग्रेस समर्थक जिला परिषद प्रत्याशी के साथ घर-घर घूम रहे हैं।
क्योंकि लगातार तीन बरस हो गए जवाली भाजपा द्वारा बहुत से कार्यकर्ताओं को पूरे विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस से भी बुरा बर्ताव किया। इसलिए अब सभी लोग एक-दूसरे के विरुद्ध जमकर सामने आ गए हैं जिसका लाभ कांग्रेस समर्थक प्रत्याशियों को मिल रहा है। विधानसभा चुनाव जीतने के बाद पंचायत चुनावों में भाजपा द्वारा जिस तरह से जवाली विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के पुराने तथा वरिष्ठ कार्यकर्ताओं की अनदेखी की गई अब इन पंचायत चुनाव के लिए भाजपा समर्थक पंचायत प्रधानों, ब्लॉक समिति तथा जिला परिषद प्रत्याशियों को जीत के लिए बहुत कठिनाई हो रही है। बहुत सी पंचायतों में भाजपा के ही दो-दो गुटों के समर्थक आने वाले पंचायत चुनावों में लड़ने की तैयारी चुके हैं, उधर, कांग्रेस एकजुटता के साथ आने वाले पंचायत चुनावों में अपने समर्थकों को जिताने के लिए एकजुट हो गई है। पूर्व सांसद एवं कांग्रेस नेता चंद्र कुमार द्वारा नगरोटा सूरियां कोटला तथा जवाली में अपने कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर पंचायती चुनावों में एकजुटता के साथ लड़ने के लिए संदेश दे दिए हैं, उधर भाजपा माने या ना माने प्रदेश पार्टी को गुप्त सर्वे द्वारा भी कई स्थानों पर पता चल चुका है कि भाजपा जवाली मंडल द्वारा अपने पुराने कार्यकर्ताओं की अनदेखी के कारण भारी नुकसान हो रहा है इसी तरह का हाल भाजपा का हर जिले में हर विधानसभा क्षेत्र में है पार्टी द्वारा पता चला है कि बड़े नेताओं मंत्रियों की जिम्मेवारी दी गई है कि पार्टी सभी कार्यकर्ताओं को चुनावों में एकजुट होकर साथ चलाएं तथा पंचायत चुनाव के बाद पार्टी बहुत बड़ा फेरबदल भी कर सकती हैं क्योंकि पार्टी ने 2022में विधानसभा का चुनाव भी लड़ना है इसलिए कोई भी गलत संदेश न जाए।