डाडासीबा बस स्टैंड में सार्वजनिक शौचालय का हाल बेहाल

रक्षपाल शर्मा -गरली

स्वच्छ भारत मिशन को लेकर डाडासीबा बस स्टैंड में कोई संदीजगी दिखाई नहीं दे रही।  आम लोगों की सुविधा को ध्यान में रखकर लाखों रुपए की लागत से सार्वजनिक शौचालय  कुछ साल पहले बनाया गया था, लेकिन देखरेख के अभाव में शौचालय का बुरा हाल है। डाडासीबा में स्थित सार्वजनिक  शौचालय का हाल-बेहाल है। लोग मजबूरी में इसका उपयोग कर रहे हैं।  शौचालय की साफ-सफाई पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है, जबकि पंचायत के जिम्मेदार लोग गली-मोहल्ले में जाकर लोगों को स्वच्छता का पाठ पढ़ाते हैं। वहीं, डाडासीबा में शौचालय की हालत यह है कि उसके पास से भी गुजरना मुश्किल है। इस  शौचालय से उठती बदबू के चलते आसपास के दुकानदारों का सांस लेने भी मुश्किल हो गया है ओर यात्रियों को भी इसके चलते काफी परेशानियां झेलनी पड़ती है।

दुकानदारों सुनील शर्मा पादा, राजीव   मन्हास, अशोक मेहरा, रमेश मेहरा, संदीप कुमार व राहुल कुमार ने प्रशासन से शीघ्र ही सार्वजनिक शौचालयों की नियमित रुप से सफाई करने की मांग की है। उधर स्थानीय दुकानदार देशराज जो कि बूट-चप्पल की दुकान करते हैं। उन्होंने बताया कि मेरे घर रोड़ी में है और में सुबह डाडासीबा में दुकान खोलने के लिए जाता हूं, तो पिछले कुछ सालों से शौचालय की में साफ-सफाई स्वयं सेवा भाव से कर रहा हूं। इस शौचालय में कई सालों से कोई भी सफाई कर्मचारी नहीं है और न ही आज तक किसी ने इस शौचालय की साफ-सफाई करने के बारे में सोचा है। यहां डाडासीबा बसों में दूर-दूर से यात्री आते हैं और  इस शौचालय की हालत को देखकर हर कोई अचंभित रह जाता है , पंचायत को चाहिए कि इस शौचालय की हालत को ठीक करवाएं और इसकी साफ सफाई रखें।