स्मार्ट विलेज योजना बनी वरदान

पंजाब भर में 750 पार्क, 750 खेल के मैदान किए जा रहे स्थापित

निजी संवाददाता — गुरदासपुर

गांवों के विकास के लिए पंजाब सरकार द्वारा शुरू की गई स्मार्ट विलेज योजना गांवों को स्मार्ट बनाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। राज्य सरकार द्वारा वर्ष 2019 में शुरू किए गए स्मार्ट ग्राम अभियान के पहले चरण में 835 करोड़ रुपए की लागत से 19132 कार्य पूरे किए गए हैं और दूसरे चरण में अक्टूबर, 2020 में शुरू हुए 48,1010 रुपए की लागत से 48,910 कार्य पूरे किए गए हैं। शुक्रवार को इसका खुलासा करते हुए ग्रामीण विकास और पंचायत त्रिपत राजिंदर सिंह बाजवा ने कहा कि स्मार्ट विलेज योजना के तहत राज्य भर में 750 पार्क और 750 खेल के मैदान बनाए जा रहे हैं, जिनमें से 117 खेल के मैदान पूरे हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने नौ करोड़ 29 लाख दिनों के रोजगार के माध्यम से पिछले चार वर्षों के दौरान मगनरेगा योजना के तहत पंजीकृत श्रमिकों को मजदूरी के रूप में लगभग 2400 करोड़ रुपए प्रदान किए हैं।

उन्होंने कहा कि वर्ष 2017 से अब तक इस योजना के तहत त्ेण्2994 करोड़ खर्च किए गए हैं जबकि पिछली सरकार के पिछले दस वर्षों 2007-2017 के दौरान केवल 2027 करोड़ खर्च किए गए थे। उन्होंने कहा कि मगनरेगा के तहत 2364 स्कूलों को अब तक 18 करोड़ रुपए की लागत से विकसित किया जा रहा है। पंचायत मंत्री बाजवा ने कहा कि गांव के तालाबों की सफाई और रखरखाव के लिए सीचेवाल और थापर मॉडल के तहत 192 गांव तालाबों का निर्माण किया गया है।   परियोजना की लागत 9.52 करोड़ रुपए है। गांवों के तालाबों के पानी का उपचार किया गया और सिंचाई के लिए उपयोग किया गया। श्री बाजवा ने कहा कि गुरु नानक देव जी चरणछोह राज्य के 63 गांवों के समग्र विकास के लिए प्रति गांव में एक करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। इसके अलावा इन गांवों में सड़क नालियों के निर्माण के लिए पार्क, जिम और स्ट्रीट लाइट, स्कूल और आंगनबाड़ी भवनों का निर्माण किया गया है। इसके अलावा, गांवों में कुल 77 लाख पौधे लगाए गए हैं।