बिलासपुर में अब तक 23 कौवों की मौत

कोरोना के बाद बर्ड फ्लू ने डराए लोग; लगातार मर रहे पक्षियों से आसपास के एरिया में मचा हड़कंप

कार्यालय संवाददाता- बिलासपुर

बर्ड फ्लू का जिला में अभी तक कोई भी मामला नहीं है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने खंड चिकित्सा अधिकारियों को ऐहतियात बरतने के निर्देश दिए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने बर्ड फ्लू से निपटने को लेकर तैयारियां पूरी कर ली हैं। जिला में अब तक 23 मृत कौवे पाए जा चुके हैं। 22 कौवे बरमाणा क्षेत्र के जमथल और एक मृत कौवा घुमारवीं में पाया गया है। मृत कौवों के सैंपल जांच के लिए जांलधर लैब भेजे गए हैं, लेकिन अभी तक इनकी रिपोर्ट नहीं आई है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी बिलासपुर डा. प्रकाश दरोच ने बताया कि जिला में अभी तक बर्ड फ्लू का कोई भी मामला नहीं हैं। उन्होंने बताया कि मनुष्यों में इसके फैलने की संभावना कम रहती है। लेकिन फिर भी ऐहतियात बरतने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि इस वायरस को पदसिनमद्रं भी कहा जाता है।

यह वायरस सर्दियों में ज्यादा होता है तथा यह वायरस प्रवासी पक्षियों से देशी पक्षियों में, जानवरों तथा उनसे मनुष्यों में भी फैल सकता है। उन्होंने बताया कि अभी तक संसार में 862 लोग इससे संक्रमित हुए है, जिनमें से 455 यानि 60 प्रतिशत लोगों की मौत हुई है, जो कि कोरोना से कहीं अधिक है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष अभी तक पांच राज्यों केरल, राजस्थान, हरियाणा, मध्य प्रदेश तथा हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में बर्ड फ्लू के मामले पाए गए हैं व बिलासपुर जिला में भी मृत कौए पाए गए हैं, जिनके सैंपल टेस्ट के लिए पशुपालन विभाग ने भेज दिए है। अभी रिपोर्ट आना बाकी है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से इससे निपटने को तैयार है सभी खंड चिकित्सा अधिकारियों को भी अपने-अपने क्षेत्र में इस बारे ऐहतियात बरतने के निर्देश दे दिए है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से इससे निपटने को तैयार है। सभी खंड चिकित्सा अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र में इस बारे ऐहतियात बरतने के निर्देश दे दिए गए है। उन्होंने बताया कि बर्ड लू के लक्षणों की जानकारी सभी को होना आवश्यक है।