नेता जी के जीवन से छात्र लें प्रेरणा
रत्तेवाली स्कूल में सुभाष चंद्र बोस की जयंती पराक्रम दिवस के रूप में मनाई, श्रद्धासुमन अर्पित किए
निजी संवाददाता — पंचकूला
शहीद सिपाही पृथ्वी सिंह राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय रत्तेवाली में नेता जी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती प्रथम पराक्रम दिवस के रूप में मनाई गई। सामाजिक कार्यकर्ता डा. अनु गोयल, प्रधानाचार्य साधना व इतिहास की प्रवक्ता प्रिया बेनीवाल ने पुष्प अर्पित करके नेता जी को श्रद्धासुमन अर्पित किए। वहीं, विद्यार्थियों ने कविता व लेख पढ़कर उनके जीवन से शिक्षा लेने की प्रेरणा ली। इस अवसर पर डा. अनु गोयल ने कहा कि पराक्रम का अर्थ है. वीरता व समार्थ। भाव यही कि हम जो भी कार्य कर रहे हैं अगर पूरी निष्ठा व समार्थय से करेंगे, तो इससे हमारा देश प्रत्येक क्षेत्र में प्रगति करेगा। उन्होंने बताया कि नेता जी को भारत माता से बहुत लगाव था।
उन्होंने अपनी मंजिलें अपने पुरषार्थ से हासिल की। प्रधानाचार्य साधना ने कहा कि नेता जी सुभाष चंद्र बोस एक ऐसे युवा रहे जो अपनी भुजाओं की ताकत से जमीन को चीरने का माद्दा रखते थे। ओडि़सा के कटक में नेता जी का जन्म हुआ। बंगाल के कोलकत्ता में कालेज में पढ़ाई की और ब्रिटेन में आईसी इस अफसर बनकर अपनी काबलीयत का लोहा मनवाया। इतिहास की प्रवक्ता प्रिया बेनीवाल ने बताया कि सफलता, हमेशा असफलता के स्तम्भ पर खड़ी होती है। नेता जी सुभाष चंद्र बोस ने अपनी इसी सोच को जिया भी और जीने के लिए प्रेरित भी किया। नेता जी को असफलताएं बार-बार मिली, मगर उन्होंने इन असफलताओं को अपने संघर्ष की विजय गाथा में परिवर्तित कर दिया। इस अवसर पर ग्याहरवीं की छात्रा शिखा ने उनके जीवन पर प्रकाश डाला, छात्रा आरजू ने कविता पाठ सुनाया। नौवीं कक्षा के छात्र हर्षदीप, तानिया, पलक, चांदनी व मीनाक्षी ने उनका चित्र बनाया व स्लोगन लिखे।
Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also, Download our Android App