एनआरआई की कोठी पर कब्जा, शिकायत पर कार्रवाई के बजाय ठेकेदार पर मेहरबान एनआरआई पुलिस

निजी संवाददाता — मोहाली

पंजाब सरकार द्वारा भले ही एनआरआईज व्यक्तियों की जायदाद पर होने वाले कब्जों या फिर अन्य केसों संबंधी तेजी से कार्यवाही करने के लिए भले ही विशेष तौर पर मोहाली शहर में प्रदेश स्तरीय एनआरआई पुलिस थाना भी स्थापित किया गया है, परंतु इस पुलिस थाने में अपनी जायदाद संबंधी केस की सुनवाई के लिए बलविंदर सिंह मुलतानी नाम का एनआरआई बार-बार चक्कर लगा कर थक चुका है। पुलिस थाने वालों ने मुल्तानी की सुनवाई करने की बजाय उस की कोठी पर कब्जा करने वाले प्राईवेट ठेकेदार पर मेहरबानी करनी अधिक जरूरी समझी। मजबूर हो कर विदेश से वापिस आए मुलतानी को अपनी शिकायत वापिस लेने के लिए मजबूर होना पड़ा।

 आज यहां मोहाली प्रेस क्लब में एक प्रेस कान्फे्रंस को संबोधन करते हुए अमेरीका के न्यूयार्क सिटी निवासी एनआरआई बलविंदर सिंह मुल्तानी ने बताया कि उस की मोहाली के फेज-11 में आठ मरले की कोठी नंबर 26-9 स्थित है जिस की पहली मंजि़ल उन्होंने पिछले करीब 15 वर्षों से सरकारी कार्यों के ठेके लेने वाले एक प्राईवेट ठेकेदार को किराये पर दी हुई थी। मुल्तानी ने बताया कि वर्ष 2018 में उन्होंने अपने बष्चे भी अमेरिका बुला लिए तो उस के बाद किरयेदार ने किराया देने में आनाकानी शुरू कर दी और धीरे.धीरे किराया देना बंद ही कर दिया। एनआरआई बलविंदर सिंह मुल्तानी ने बताया कि अमेरिका से मोहाली वापिस आ कर जब उन्होंने मोहाली स्थित एनण्आरण्आईण् पुलिस स्टेशन पहुंच कर अपनी कोठी की पहली मंजि़ल पर काबिज उक्त ठेकेदार से मकान खाली करवाने की मांग की तो पुलिस ने ठेकेदार के साथ कथित मिलीभुगत करके उस की कोठी खाली करवाने के लिए कोई कार्यवाही नहीं की। एनआरआई पुलिस ने उसे इतना ष्यादा तंग करके रख दिया कि उस ठेकेदार की मिलीभुगत के साथ उस खिलाफ जालसाजी करते हुए शिकायत वापस लेने के लिए मज़बूर कर दिया और परेशान हो कर उसे अपनी लिखित शिकायत वापिस लेनी पड़ गई।