साहब! दर-दर ठोकरें खाने पर भी नहीं मिली रजिस्टरी

रोहड़ू नगर पार्षद सुजय अग्रवाल ने लोगों की समस्या को उठाया मंत्री सुरेश भारद्वाज के समक्ष

बृजेश फिस्टा-रोहडू

रोहड़ू नगर पार्षद और प्रदेश कांग्रेस सोशल मीडिया संयोजक सुजय अग्रवाल शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज से विभिन्न मुद्दों को लेकर स्थानीय सर्कट हाउस में मिले। उन्होंने बताया कि नगरपालिका परिषद अधिनियम 1994 में परिवार रजिस्टर का प्रावधान न होने से पूरे प्रदेश के शहरी निकायों में लोगों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। दशकों से कई जगहों से लोग अपना सब कुछ छोड़ कर अपनी गुजर बसर करने के लिए शहरों में पनाह लिए हुए हैं लेकिन नगरों में परिवार रजिस्टर में उनका नाम दर्ज नहीं किया जाता।

नगर निकायों में उनके पंचायतों के समय के परिवार रजिस्टर ही संभाले जा रहे जबकि दशकों से रह रहे नागरिकों को कई प्रमाण पत्र बनाने के लिए दर-बदर की ठोकरें खानी पड़ रही है। सुजय ने मंत्री से आग्रह किया कि आने वाले विधानसभा सत्र में नगरपालिका परिषद अधिनियम 1994 में परिवार रजिस्टर के प्रावधान को सम्मिलित करने के लिए उचित संशोधन लाया जाए। सुजय अग्रवाल ने बताया कि हिमाचल के नगर निकायों में शहरी गरीब सूची का सर्वे 2004 में करवाया गया था तब लाभार्थी की अधिकतम आय 27000 के करीब मांगी जाती थी, लेकिन 16 साल में सरकारों के द्वारा शहरी गरीब सूची बनाने के लिए कोई नया सर्वे नहीं करवाया गया है। अग्रवाल ने सरकार से शहरी गरीबी रेखा से नीचे रह रहे लोगों का नया सर्वे करवाने का आग्रह भी किया है ताकि सरकार द्वारा जारी सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ उन्हें भी मिल सके। उन्होंने बताया कि सुरेश भारद्वाज ने दोनों मांगों को गौर से सुना और गंभीरता से विचार करने का आश्वासन दिया।  (एचडीएम)