जाहू में बनाएं बड़ा एयरपोर्ट;  गोपालपुर के पंचायत प्रतिनिधियों ने उड्डयन मंत्री-सीएम से की गुहार

By: Mar 3rd, 2021 12:06 am

 गोपालपुर के पंचायत प्रतिनिधियों ने उड्डयन मंत्री सीएम से गुहार, नेरचौक के मुकाबले सस्ता रहेगा

 बोले; अपनी बहुमूल्य ज़मीनें छोड़ने को तैयार नहीं हैं किसान, पहाड़ी की कटिंग भी मुश्किल

पवन प्रेमी — सरकाघाट

गोपालपुर खंड के चुने हुए पंचायत प्रतिनिधियों ने मंडी जिला के नेरचौक में प्रस्तावित हवाई अड्डे के किसानों द्वारा विरोध की परिस्थिति में भारत सरकार के नागरिक उड्डयन मंत्री व प्रदेश मुख्यमंत्री को जाहू क्षेत्र में हवाई अड्डे के निर्माण के लिए ज्ञापन भेजा। इस प्रतिनिधिमंडल को हमीरपुर जिला की जाहू क्षेत्र से संबंधित पंचायतों के प्रतिनिधियों ने भी अपना समर्थन दिया और प्रतिनिधिमंडल में शामिल हुए। इसके साथ सरकाघाट क्षेत्र की भूतपूर्व सैनिक लीग के पदाधिकारियों ने भी प्रतिनिधिमंडल में शामिल होकर इस मांग का समर्थन किया। प्रतिनिधिमंडल ने मांग की कि जाहू क्षेत्र हिमाचल प्रदेश के मध्य में स्थित है व बड़ी हवाई पट्टी के निर्माण के लिए भौगोलिक, सामरिक व जलवायु के दृष्टिकोण से बिल्कुल उपयुक्त जगह है व इस क्षेत्र में बड़ी हवाई पट्टी का निर्माण किया जा सकता है, जो कि नेरचौक में संभव नहीं है।

 यदि जाहू क्षेत्र में हवाई अड्डे का निर्माण किया जाता है, तो न ही लोगों का विस्थापन होगा व न ही किसानों की नेरचौक की तरह आर्थिक रूप से बहुफसलीय भूमि का अधिग्रहण होगा और जाहू में कम बजट से इसका निर्माण हो सकेगा। छोटी हवाई पट्टियां पहले ही हिमाचल प्रदेश में शिमला, कांगड़ा, कुल्लू भुंतर में मौजूद हैं। हिमाचल प्रदेश को बड़ी हवाई पट्टी की जरूरत है, ताकि बड़े विमान की सुविधा मिल सके व लोग सस्ता हवाई सफर कर सकें, जबकि छोटे विमानों में हवाई सफर महंगा होता है। गौरतलब है कि नेरचौक घाटी में किसान अपनी बहु फसलीय जमीन छोड़ने के लिए तैयार नहीं हैं। क्योंकि वे प्रति बीघा सालाना तीन से चार लाख कमाते हैं, जबकि उन्हें बड़े कम दाम में अपनी जमीन छोड़नी पड़ रही है। इसके लिए वे कतई तैयार नहीं हैं। नेरचौक में अंतरराष्ट्रीय स्तर का हवाई अड्डा बनाना संभव नहीं है। क्योंकि उसके लिए सुंदरनगर की बंदली पहाडि़यों को 500 मीटर तक काटना पड़ेगा, जो संभव नहीं है।

यहां आसानी है

जाहू में आसानी से बड़े विमान उतारने के लिए 3150 मीटर का रनवे बनाया जा सकता है और इस हवाई अड्डे का निर्माण काफ ी आसानी से किया जा सकता है और लोगों में भी यह भावना है कि यह हवाई अड्डा जाहू क्षेत्र में ही बनाया जाए। प्रतिनिधिमंडल में 50 पंचायतों के प्रधान, उपप्रधान, नबाही व बलद्वाड़ा वार्ड के जिला परिषद सदस्य व पंचायत समिति सदस्य मौजूद रहे। प्रतिनिधिमंडल ने सरकाघाट में केंद्रीय विद्यालय के लिए भी मुख्यमंत्री को मांग पत्र भेजा। केवि न होने के कारण प्रशासनिक अधिकारी व कर्मचारी सरकाघाट क्षेत्र में नौकरी नहीं करना चाहते।


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