भोले के रंग में रंगी राजधानी

By: Mar 12th, 2021 12:36 am

शिव-पार्वती विवाह में पहुंचे हजारों श्रद्धालु, मंत्री सुरेश भारद्वाज बने मामा
सिटी रिपोर्टर-शिमला
राजधानी शिमला गुरुवार को भोले के रंग में डूबी हुई नजर आई। सुबह से लेकर शहर के सभी मंदिरों में गीत-संगीत के साथ शिव पार्वती, गणेश की पूजा की गई। शिमला में महाशिवरात्रि के अवसर पर भगवान शिव और मां गौरा की शादी का समारोह आयोजित किया गया। गौरा और शिव के विवाह का समारोह शहर के दो प्रसिद्ध मंदिर राधा कृष्ण मंदिर और राम मंदिर में रखा गया। सूद सभा शिमला के सभी लोगों ने इस शादी को बड़ी धूमधाम के साथ मनाया। इस दौरान शिवरात्रि के एक दिन पहले हल्दी और मेहंदी की रस्में की गई, तो वहीं शिवरात्रि के दिन सुबह ढोल-नगाड़ा के साथ भोले बाबा की बारात राधा कृष्ण मंदिर से राम मंदिर की तरफ रवाना हुई। इस दौरान महाशिवरात्रि के समारोह में शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज और भाजपा महामंत्री त्रिलोक जमवाल भी शामिल रहे। अहम यह है कि शिमला में शिव पार्वती के विवाह में शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज मामा बने।

राम मंदिर द्वार पर पहुंचते ही भोले बाबा का स्वागत किया गया, और इस बारात के स्वागत के लिए प्रदेश के शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज द्वार पर खड़े रहे। उन्होंने मंदिर जाकर भगवान का आशीर्वाद लिया, और इस शादी में शामिल हुए खुबसूरत सजावट के साथ मंदिर के मंडप में मां गौरा और शिव भगवान का विवाह रचाया गया। इस मौके पर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा, जहां महिलाओं ने भजन कीर्तन कर शादी में हिस्सा लिया, तो वहीं सभी भक्तजनों के लिए भंडारे का भी आयोजन किया गया था। शिवरात्रि के अवसर पर मां गौरा और शिव की शादी में सभी विवाह रस्म की गई, जिस तरह एक वास्तविक शादी करवाई जाती है। इस मौके पर सभी भक्तों को प्रसाद भी वितरित किया गया। गुरूवार को प्रदेश भर में शिवरात्रि का पर्व बड़ी ही धूमधाम से मनाया जा रहा है। राजधानी शिमला में भी इस पर्व की धूम देखने को मिली। शहर के सभी शिवालयों के बाहर भक्तों की लंबी कतारें नजर आई। श्रद्धालु सुबह ही मंदिरों में जलाभिषेक करने के लिए पहुंच गए थे।

शिवालयों में दिखी खास सजावट
महाशिवरात्रि के पर्व पर शिवालयों में खास सजावट देखी गई। शिमला के सभी शिवालयों को बेहद ही खूबसूरत तरीके से इस खास पर्व के लिए सजाया गया। फूलों और पत्तों से सुंदर सजावट मंदिरों में की गई, जो बेहद ही आर्कषक नजर आई। शिमला के सबसे प्राचीन मिडल बाजार के शिव मंदिर के बाहर भी भक्तों की लंबी कतार दर्शनों के लिए लगी रही। बता दे कि मिडल बाजार का शिवालय मंदिर 150 साल पुराना है। शिवालय के पुजारी भगतराम शर्मा का कहना है इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था और उसी की खुशी में शिवरात्रि मनाई जाती है। शिवरात्रि का महत्त्व रात को है इसलिए रात में मंदिर में विशेष पूजा और जागरण किया जाता है। बता दें कि गुरुवार को शिवरात्रि के पावन अवसर पर भक्तों ने घोटा भी पिया।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App