दलित अधिकार मुद्दा गरमाया, आप विधायकों ने चंडीगढ़ होस्टल से विधानसभा तक निकाला मार्च

आप विधायकों ने सत्र से पहले दलितों की आवाज उठाते हुए चंडीगढ़ होस्टल से विधानसभा तक निकाला मार्च
निजी संवाददाता — चंडीगढ़
आम आदमी पार्टी के विधायकों ने शुक्रवार को स्कॉलरशिप नहीं मिलने के कारण दलित छात्रों को हो रही परेशानी और दलित अधिकारों के मुद्दे को उठाया। आप विधायकों ने शुक्रवार को विधानसभा सत्र से पहले दलितों की आवाज उठाते हुए चंडीगढ़ के एमएलए होस्टल से पंजाब विधानसभा तक पैदल मार्च किया। मार्च में उनके साथ कई दलित अधिकार कार्यकर्ता भी शामिल हुए। कार्यकर्ताओं और विधायकों ने दलितों के हक में नारे लगाए और कैप्टन सरकार पर दलितों की उपेक्षा करने का आरोप लगाया। मीडिया को संबोधित करते हुए आप नेता और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष हरपाल चीमा ने कहा कि राज्य के दलित छात्र हमेशा से उपेक्षित रहे हैं। अकाली-बीजेपी शासन के दौरान भी दलितों के कल्याण फंड में करोड़ों रुपए का घपला किया गया था। अब उसी तरह का घपला कांग्रेस सरकार कर रही है। उन्होंने कहा कि एक आरटीआई के माध्यम से पता चला कि केंद्र सरकार ने पोस्ट-मैट्रिक छात्रवृत्ति के लिए पंजाब सरकार को 1423 करोड़ रुपए जारी कर दिए हैं, लेकिन राज्य सरकार ने अभी तक सैकड़ों कालेजों का 1853 करोड़ रुपए बकाया नहीं दिया हैं।
कैप्टन ने पंजाब के लोगों से झूठ बोला कि केंद्र सरकार राज्य को पोस्ट-मैट्रिक छात्रवृत्ति के तहत मिलने वाला फंड रोक रखी है। लेकिन आरटीआई आवेदन के जवाब से साफ पता चलता है कि केंद्र सरकार ने राज्य सरकार को स्कॉलरशिप फंड का पैसा दे दिया है। उन्होंने कहा कि स्कॉलरशिप के मुद्दे पर कैप्टन ने हमेशा लोगों से झूठ बोला और उनके मंत्री ने गरीब दलित छात्रों की पढ़ाई के पैसे में घपला किया। कैप्टन को 2017 में सत्ता में लाने वाले दलित समुदाय को अब वे लगातार दबाने का काम कर रहे हैं। कैप्टन अमरिंदर को शर्म आनी चाहिए कि उनके शासन में गरीब दलित छात्रों का भविष्य खराब हो गया। स्कॉलरशिप नहीं मिलने के कारण हजारों दलित छात्रों की डिग्री रुकी हुई है और सैकड़ों कॉलेज बंद होने के कगार पर है, लेकिन कैप्टन को इन छात्रों की कोई परवाह नहीं है। पैदल मार्च में आप विधायक सर्वजीत कौर माणुके, कुलतार सिंह संधवां, बलजिंदर कौर, गुरमीत सिंह मीत हेअर, रुपिंदर कौर रुबी, प्रिंसिंपल बुध राम, जगतार सिंह हिस्सोवाल, कुलवंत पंडोरी, जयकिशन सिंह रोड़ी, अमरजीत सिंह संदोया, मंजीत सिंह बिलासपुर, मास्टर बलदेव सिंह जैत्तो और अन्य आप नेता शामिल हुए।