रूपनगर से आईईसी वैन को हरी झंडी, एनपीसीडीएस रोगों पर गांव-शहरों में जाकर लोगों को करेगी जागरूक

सिविल सर्जन ने की रवाना; बोले, एनपीसीडीएस रोगों पर गांव-शहरों में जाकर लोगों को करेगी जागरूक

निजी संवाददाता — रूपनगर

एनपीसीडीएस रोगों संबंधी लोगों को जागरूक करने हित राज्य स्तर से भेजी गई आईईसी वैन को सिविल सर्जन डा. दविंदर कुमार की तरफ से हरी झंडी दे कर रवाना किया गया। यह वैन दो मार्च को ब्लॉक भरतगढ़, तीन मार्च को ब्लॉक नूरपुरबेदी और चार मार्च को ब्लॉक कीरतपुर और श्री आनंदपुर साहिब के गांवों का और शहरी इलाकों का दौरा करेगी और लोगों को कैंसर, शुगर, दिल की बीमारियां, ब्लड प्रेशर और स्ट्रोक जैसी बीमारियों संबंधी आडीओ—विजुअल विधि के द्वारा सेहत शिक्षा मुहैया करवाएगी।

इस मौके सिवल सर्जन ने विभिन्न बीमारियों बारे बचाव संबंधी जानकारी देते बताया कि गैर संचारी बीमारियों का मुख्य कारण हमारी मौजूदा जीवन शैली ही है। इस के अलावा तंबाकू, शराब और अन्य कई तरह के नशों का सेवन भी विभिन्न तरह की बीमारियों को न्योता देता है। उन्होंने बताया कि तंबाकू का सेवन करने वाले व्यक्तियों में स्ट्रोक के चांस 90 प्रतिशत तक अधिक हो जाते हैं। इसके अलावा यह मुंह के कैंसर का भी मुख्य कारण है।

ब्लड प्रेशर और दिल की बीमारियां ने जकड़े लोग

दविंदर कुमार ने बताया कि आज की व्यस्त जीवनशैली में ज्यादा भाग—दौड़ होने के कारण मानसिक तौर पर मानव परेशान रहता है, जिस करके ब्लड प्रेशर और दिल की बीमारियां आम हो गई हैं। इसलिए जरूरी है कि हम सेहत संभाल प्रति जागरूक हों और संतुलित भोजन खाएं, समय पर भोजन खाया जाए, बीमारी से बचने के लिए बताया कि घी, तेल, मैदा और चीनी का प्रयोग को कम करो, ज़्यादा फल और हरी सब्जियों का सेवन किया जाएं और अपने शरीर के वजन को संतुलित रखा जाए। तंबाकू, सिगरेट आदि का सेवन नहीं करना चाहिए। नमक की मात्रा कम की जाएं। चाय कोफी की मात्रा घटाई जाए। गाड़ी को पार्किंग में खड़ा करके पैदल चला जाएं। आज की जिंदगी में मानसिक तनाव को घटाने के लिए अपने बच्चों के साथ समय बिताते हुए उनके साथ खेला जाए। हत्थी घरेलू काम जैसे कि कपड़े धोना, सफाई करना और फूल पौधों की देखरेख आदि किया जाए।  इस मौके जिला परिवार भलाई से डा. रेनूं भाटिया, जिला सेहत अफसर डा. अंजू, जिला ऐपीडीमालोजिस्ट डा. सुमित शर्मा, डिप्टी मांस मीडिया अफसरज गुरदीप सिंह और राज रानी, बीसीसी को-आर्डिनेटर सुखजीत कंबोज और पीएनडीटी को-आर्डिनेटर रमनदीप सिंह उपस्थित थे।