सोलन की बेटी के हवाले सिरमौर के जंगल

By: Mar 3rd, 2021 12:16 am

जिला को मिली पहली महिला वन अरण्यपाल; सरिता कुमारी ने संभाला कार्यभार,लोगों से भी की अपील, वन संपदा को न पहुंचाएं नुकसान

सूरत पुंडीर-नाहन

सिरमौर जिला को पहली महिला वन अरण्यपाल मिली है। हिमाचल की बेटी व मूल रूप से सोलन जिला के धर्मपुर की रहने वाली वर्ष 2005 की आईएफएस अधिकारी सरिता कुमारी ने बतौर कंजरवेटर फोरेस्ट वन वृत्त नाहन ज्वाइन किया है। जिला सिरमौर में बतौर कंजरवेटर सरिता कुमारी पहली महिला अधिकारी हैं जो अब सिरमौर जिला के हर कोने में वन संपदा पर पूरी पैनी नजर रखेंगी। धर्मपुर निवासी जल शक्ति विभाग के सेवानिवृत्त सहायक अभियंता एसएस द्विवेदी व मंजू द्विवेदी की काबिल बेटी सरिता कुमारी ने वर्ष 2005 में भारतीय वन सेवा की परीक्षा उत्तीर्ण की थी। वर्ष 2005 से 2007 तक सरिता कुमारी ने फोरेस्ट रिसर्च इंस्टीच्यूट देहरादून में ट्रेनिंग की तथा 2007 से 2008 तक कुल्लू में ट्रेनिंग की अवधि के बाद वर्ष 2008-09 में डीएफओ वाइल्ड लाइफ चंबा के रूप में कार्य किया। वर्ष 2009-10 में सरिता कुमारी ने मिड हिमालय सोलन, 2010 से 2012 तक पीसीसीएफ मुख्यालय शिमला के अलावा वर्ष 2014 से 2016 तक ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार में सेवाएं दी। वर्ष 2016 से फरवरी, 2021 तक सरिता कुमारी ने सेंट्रल अकेडमी फॉर फोरेस्ट रिसर्च इंस्टीच्यूट देहरादून में सेवाएं दीं हैं। सरिता कुमारी ने बताया कि उनका यह सौभाग्य है कि उन्हें अपने ही राज्य में सेवा का अवसर मिला है तथा वह भी अपने पैतृक जिला सोलन के पड़ोसी जिला सिरमौर में बतौर वन अरण्यपाल कार्य करने का मौका मिला है। उन्होंने कहा कि वन संपदा प्रदेश व देश की धरोहर है। ऐसे में वनों को किसी भी प्रकार के नुकसान से बचाना होगा।

उन्होंने सिरमौर जिला के लोगों का आह्वान किया कि वन संपदा को किसी भी प्रकार का गैर कानूनी नुकसान न पहुंचाएं। ‘दिव्य हिमाचल’ से बातचीत में सरिता कुमारी ने बताया कि उनकी दसवीं तक की पढ़ाई केंद्रीय विद्यालय धर्मपुर से हुई तथा जमा दो की पढ़ाई आर्मी पब्लिक स्कूल डगशाई से पूरी करने के बाद उन्होंने बंगलुरु से बीएससी एग्रीकल्चर की पढ़ाई की है। उसके पश्चात उन्होंने पंतनगर विश्वविद्यालय से एमएससी माईक्रोबायोलॉजी की पढ़ाई की है। वर्ष 2005 में उन्होंने भारतीय वन सेवा की परीक्षा उत्तीर्ण की थी।  सरिता कुमारी ने बताया कि यदि वन है तो पर्यावरण है ऐसे में वनों की रक्षा न केवल वन विभाग अपितु आम लोगों का भी कर्त्तव्य है। उन्होंने कहा कि हाल ही में विभिन्न योजनाओं को लेकर सर्वोच्च न्यायालय द्वारा जो वन आरक्षित क्षेत्रों की योजनाओं को हरी झंडी दी गई है उससे रूके हुए विकास कार्यों को गति मिलेगी। उन्होंने कहा कि वन विभाग की भूमि पर अतिक्रमण व अवैध कब्जों को सूचीबद्ध किया जाएगा तथा ऐसे मामलों पर भी त्वरित कार्रवाई की जाएगी, ताकि विभाग व सरकारी की वन भूमि पर किसी प्रकार का अतिक्रमण न हो।  सरिता कुमारी के पति ई. विक्रम मूल रूप से तमिलनाडु के रहने वाले हैं तथा वर्तमान में भारतीय वन सेवा अधिकारी हैं तथा वर्तमान में एफआरआई देहरादून में सेवाएं दे रहे हैं। सरिता कुमारी के दो भाई हैं जो आस्ट्रेलिया में सेवाएं दे रहे हैं।


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